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लेख - Page 8

  • सड़क पर नमाज़ या मजहबी दादागिरी : बढ़ रहा हैं विरोध

    आज कल गुरुग्राम {तद्भव नाम गुड़गाँव} में किसी सार्वजनिक स्थान में नमाज़ पढ़ते हुए सैकड़ों लोगों और उनके आगे "जय श्री राम" के नारे लगाते तरुणों का वीडिओ whatsapp पर बहुत वायरल हो रहा है। घटना गुरुग्राम के सैक्टर-53 के साथ लगते यादव बहुल वज़ीराबाद ग्राम की है। इसमें किसी सार्वजनिक खुली जगह पर कुछ सौ लोग...

  • जज V/s जनता और लोकतंत्र में बराबरी का भ्रम !!!

    लोकतंत्र में अगर जनता द्वारा चुनी गयी पूर्ण वहुमत की सरकार तोप नहीं है तो कोई जज भी तोप नही हो सकता........ शक के दायरे में आने पर अगर सरकार जबाबदेह हो सकती है, नेता, मंत्री, नौकरशाह जबाबदेह हो सकते है, जन प्रतिनिधि और नागरिक जबाबदेह हो सकता है तो .... सुप्रीम कोर्ट के जज और हाईकोर्ट के जज भी...

  • एक यात्रा CAWNPOOR से KANPUR तक

    कानपुर ! एक ऐतिहासिक शहर। इसे कब और किसने स्थापित किया, इस बारे में आज तक एक मत नहीं बन पाया। सबसे मजेदार बात कानपुर की वर्तनी को ले कर है। वैसे तो कानपुर के अलावा और भी शहर हैं जिन्हें फिरंगियों ने अपनी सुविधा और समझ के अनुसार नाम दिया जैसे " दिल्ली" का "देलही" हो गया "कलकत्ता– कैलकटा" हो गया। पर...

  • ''Punish a Muslim Day" या 'सज़ा-ए-मुस्लिम दिवस' ?

    **''Punish a Muslim Day" या 'मुस्लिम पिटाई दिवस' का संदेश ब्रिटेन के बाद अब फ्रांस, जर्मनी और आस्ट्रेलिया के साथ पूरे यूरोप में फैला। 3 अप्रैल को ले कर पुलिस के साथ सेना भी हाई अलर्ट पर*** हिंदी की सबसे अधिक पढ़ी जाने वाली लेखिका शिवानी जी की एक कहानी से बात शुरू करना चाहूँगा। वो...

  • मरता बंगाल: ग्राउंड जीरो से एक भारतीय।

    आज बंगाल का अध्ययन कर रहे एक मित्र से वार्तालाप से ये पता चला कि बंगाल की चेतना अंतिम सांस ले रही है। बंगाल आज से ढाई सौ साल पूर्व विश्व का सबसे समृद्ध और वैभवशाली प्रदेश था जब 1757 मंप यूरोपीय डकैतों ने उस पर कब्जा किया। उसके वैभव को उन्होंने नष्ट किया लेकिन चेतना नष्ट नही कर पाए...

  • जिन्ना और इक़बाल: सुन्नी मुस्लिमों के शिकार ?

    पाकिस्तान सरकार की अधिकृत वेबसाइट पर जायेंगें तो दो लोगों की फोटो मुख्य पृष्ठ पर मिलेंगी। एक "अल्लामा इकबाल" और दूसरे "मुहम्मद अली जिन्ना"। पाकिस्तान में इन दोनों का मुक़ाम किसी वलीउल्लाह से कम नहीं है इसलिये वहां के लोग इन दोनों के नाम के आगे बड़े फक्र से "रहमतुल्लाहअलैहे"...

  • आँखों देखी :... "मैं भी अन्ना" से एक और "सत्याग्रह" तक

    रामलीला मैदान के छतरी वाले मंच पर सफ़ेद धोती-कुर्ते और मराठी स्टाइल की सफ़ेद टोपी पहने अकेले बैठे अन्ना हज़ारे बीच-बीच में जेब से सफ़ेद रंग का रूमाल निकाल कर अपनी आँखें मलने लगते हैं। फिर वो रूमाल को मोड़ कर कुर्ते की जेब में रख लेते हैं और सिंथेसाइज़र की धुन और ढोलक की थाप पर देशभक्ति के...

  • "दास प्रथा" की माँ - जेनेसिस ऑफ़ बाइबिल : हलेलूईया भाग_3

    पहले तो यह जान लीजिए की यह पोस्ट बीच में लिखने का कारण है की कुछ टर्मिनॉलॉजी की समझ हो जाना और कुछ तथ्य पता हो जाना जिससे की आप लोग किसी पास्टर से सवाल जवाब कर सकें बाइबिल एक शब्द है जो बीबलिया से निकला है जिसका अर्थ होता किताबों का संग्रह उन संग्रह में से प्रमुख और पहला भाग...

  • ईसाई मिशनरीज़ का हथियार "पिन कोड सिस्टम" : हलेलूईया भाग_2

    प्रोजेक्ट AD 2000 के जोशुआ में कन्वर्ट होने के बाद जोशुआ की कार्य प्रणाली पर नज़र डालेंगे तो पाएँगे की कन्वर्ज़न(मत परिवर्तन) का रेट भारत के संदर्भ में बहुत तीव्र गति से बढ़ा तो आइए समझते हैं उनकी कार्य प्रणाली में ऐसा क्या बदलाव था जिससे की कन्वर्ज़न में इस तरह सफलता मिली ..... ...

  • पीठ पर वार - योगी के गुनाहगार ?

    कुछ बातें इतिहास के गर्त में हैं। आइये इतिहास की धूल झाड़ कर तथ्य बाहर निकाले जाएं। गोरखपुर मूलतः 'हिंदुमहासभा' की सीट है यानी यह शुद्ध हिंदूवादी राजनीति के लोग हैं। "गाँधीवादी समाजवाद" का मुखौटा मजबूरी में लगाये हुए हैं। महंत दिग्विजय नाथ जी जो सावरकर जी अभिन्न थे, इस सीट से...

  • "जोशुआ प्रोजेक्ट और 10/40 विंडो"? हलेलूईया : भाग_1

    जोशुआ एक ईसाई मिशनरीज़ द्वारा चलाया जाने वाला प्रोजेक्ट है जो मुख्यतः "वैटिकन चर्च" द्वारा संचालित और वित्त पोषित है जिसको वहाँ की सरकारों का खुला सपोर्ट है! मुख्य उद्देश्य दुनिया भर के लोगों को ईसाई बनाना उनकी भाषा में बोले तो अंधकार से प्रकाश की तरफ़ ले जाना !इसके लिए वह लोग अन्य...

  • बॉलीवुड में "खान" वर्चस्व कब तक ?

    अगर बॉलीवुड में "खान" जिहाद का स्वरूप देखना हो तो इसके पीड़ित विद्युत जामवाल को देखिए... किसको याद नहीं कि "फ़ोर्स"....."कमांडो" जैसी सुपरहिट फिल्म देने वाले विद्युत को आश्चर्यजनक रूप से अगली फिल्म मिली ही नहीं... इसके पीछे वजह क्या थी? जिस हीरो के आगे ये कोई भी "खान" बौना नजर...

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