जिन्ना और इक़बाल: सुन्नी मुस्लिमों के शिकार ?
पाकिस्तान के हालत अब ये है कि वहां दीन के सिपाहियों को ये बात बड़ी अखरती है कि एक शिया को हमने "बाबा-ए-आज़म" के ओहदे पर बिठाया हुआ है और एक "खोजा शिया" हमारे मुल्क का क़ायदे-आज़म है। अच्छा, ये दर्द यहीं तक नहीं है किसी ने आकर ये शोशा भी छोड़ दिया कि हमारे राष्ट्रकवि अल्लामा इक़बाल तो अपनी उम्र, अपनी अक्ल और अपनी जवानी के आठ बहुमूल्य सालों तक अहमदिया रहे थे यानि मुर्तद हो गये थे यानि गुमराह थे।


X
पाकिस्तान के हालत अब ये है कि वहां दीन के सिपाहियों को ये बात बड़ी अखरती है कि एक शिया को हमने "बाबा-ए-आज़म" के ओहदे पर बिठाया हुआ है और एक "खोजा शिया" हमारे मुल्क का क़ायदे-आज़म है। अच्छा, ये दर्द यहीं तक नहीं है किसी ने आकर ये शोशा भी छोड़ दिया कि हमारे राष्ट्रकवि अल्लामा इक़बाल तो अपनी उम्र, अपनी अक्ल और अपनी जवानी के आठ बहुमूल्य सालों तक अहमदिया रहे थे यानि मुर्तद हो गये थे यानि गुमराह थे।
0
Tags: #इकबाल#सुन्नी#शिया#कादियानी#पाकिस्तान#मुस्लिम#क़ायदे-आज़म#मुहम्मद अली जिन्ना#देबबंद#जमाते-इस्लामी