बॉलीवुड में "खान" वर्चस्व कब तक ?

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अगर बॉलीवुड में "खान" जिहाद का स्वरूप देखना हो तो इसके पीड़ित विद्युत जामवाल को देखिए... किसको याद नहीं कि "फ़ोर्स"....."कमांडो" जैसी सुपरहिट फिल्म देने वाले विद्युत को आश्चर्यजनक रूप से अगली फिल्म मिली ही नहीं... इसके पीछे वजह क्या थी?
जिस हीरो के आगे ये कोई भी "खान" बौना नजर आ रहा था.. उसे बॉलीवुड वालों ने स्वीकार ही नहीं किया? जो प्रोड्यूसर छोटे-छोटे और फ्लॉप हीरो पर दांव खेलते रहते हैं उनको अकेले दम पर फ़िल्म सुपरहिट करवाने वाले विद्युत पसन्द क्यों नहीं आये?
औसत बजट वाले किसी भी प्रोड्यूसर की पहली पसन्द तो विधुत होने चाहिए थे.. पर कमांडो फ़िल्म के बाद "खान" लॉबी से शायद फतवा निकल चुका था कि इसे कोई फ़िल्म में साइन ना करे... आखिर इन खानों के एकछत्र राज इसी काइयांपने से तो बदस्तूर जारी रही है...
खैर थक हारकर विद्युत ने साउथ की फिल्मों की तरफ रुख किया और जल्दी ही अपने एक्शन सीन्स की बदौलत छा गए... फ़िल्म आयी "THUPAKKI" जिसका रीमेक बॉलीवुड में बना "BABY"... इस फ़िल्म से साउथ में कई अवार्ड भी जीते... उधर चूंकि खानों का जोर नहीं चलता तो विधुत को काम मिलने लगा और खानों को तो सिर्फ बॉलीवुड पर कब्जे से मतलब था..
लेकिन जल्दी ही विद्युत जामवाल को ऐसा ऑफर मिला जिसके बाद "खानों" की महाबेइज्जती हो गयी... हॉलीवुड से सीधा ऑफर... और वो भी MAIN LEAD हीरो के लिए...
जहां प्रियंका, दीपिका तो फिर भी छोटे-मोटे रोल करके खुद को भाग्यवान समझ रही थी.. और जहां शाहरुख, सलमान, आमिर को हॉलीवुड में C-GRADE के रोल भी नहीं मिलते... वहीं विद्युत को मिली फ़िल्म "Junglee"... इसे हॉलीवुड के बहुत बड़े डायरेक्टर "Chuck Russel" डायरेक्ट कर रहे हैं... जिन्होंने THE MASK और द रॉक को लेकर SCORPIAN KING जैसी फिल्में बनाई है..
अभी हाल में विधुत खून से लथपथ इलाज के लिए भी भेजे गए जब इसी फिल्म की शूटिंग में खुद से एक्शन सीन करने पर घायल हो गए थे, पर फिर भी उन्होंने हमेशा की तरह सारे स्टंट सीन खुद से करने जारी रखे हैं... अब तो सिर्फ बॉलीवुड को नहीं पूरे दुनिया को इन्तजार है कि ये हॉलीवुड फिल्म जल्दी ही रिलीज हो...
इन्तेजार है उस दिन का जब बॉलीवुड से जिहादी आतंक पूरी तरह खत्म हो जाएगा...

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