विविध

  • सौंफ से स्वास्थ्य लाभ : पाचन सहायता से लेकर रक्त शर्करा को नियंत्रित करने सहित अनेक लाभ

    भारतीय समाज में भोजन के बाद सौंफ खाना एक आम बात है। यह आपकी सांसों को तरो-ताजा करने के साथ ही आपके दांतों को भी साफ करती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सौंफ़ के बीज इसके अलावा भी कई अन्य प्रकार से स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद हैं, यह प्राकृतिक रूप से ही सूजन-रोधी (anti-inflammatory) होने के साथ ही...

  • समोसे की आत्मकथा

    मैं समोसा हूँ..... छोटा सा तिकोना समोसा ब्रह्माण्ड के किसी भी हलवाई की दुकान पर दो चीजें होना जरूरी है वर्ना वह दूकान हलवाई की दूकान नहीं कहलाती.... पहला तो हलवाई खुद और दूसरा मैं यानि कि समोसा ! मैं संसार की एकमात्र ऐसी रचना हूँ जिसके तीन कोने होने के बावजूद भी शान से सीना तान कर खड़ा हो जाता...

  • 'मुददा 370 जे एंड के' - राकेश सावंत का एक दमदार प्रयास

    Article 370 एक ऐसा मौज़ू है जिसे सिनेमा के माध्यम से दर्शाना एक बहुत ही कठिन और ज़िम्मेदारी का काम है। ये इतना ही कठिन है जितना की सर्जिकल स्ट्राइक जैसे मुद्दे पर फिल्म बनाना, लेकिन हम सब विक्की कौशल की फिल्म 'उरी : द सर्जिकल स्ट्राइक' की ज़बरदस्त कामयाबी को देख चुके है। Mudda 370 J&K' भी आर्टिकल...

  • "हयग्रीव माधव" मंदिर, आसाम

    कामरूप के हाजो (Hajo) में मणिपर्वत टीले के ऊपर "हयग्रीव माधव" मंदिर स्थित है। हाजो शहर, गुवाहाटी (Guwahati) के पश्चिम में 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। घोड़े की मुखाकृति के विष्णु के अवतार "हयग्रीव" की यहाँ पूजा होती है। संस्कृत में घोड़े को "हय" और गले को "ग्रीव" कहा जाता है। इसीलिए मंदिर का नाम...

  • दिव्यांगों को मिले अवसर तो देश के विकास में अदा कर सकते हैं महत्वपूर्ण रोल

    दिव्यांग देश के लिए बोझ नहीं है दिव्यांग देश का एक विशिष्ट हिस्सा है, अगर उन्हें भी अवसर मिले तो भी अपनी योग्यतानुसार किसी भी क्षेत्र के विकास में सहयोगी बनाकर चमत्कार करके दिखा सकते हैं। क्योंकि यह विज्ञान ने भी प्रमाणित कर दिया कि अगर शरीर का एक अंग कमजोर है तो शरीर का कोई दूसरा अंग स्वतः ही...

  • जानिए फास्ट फूड के बारे में 6 रहस्य

    हमारी बदलती जीवन शैली के साथ फास्ट फूड बड़ी तेज़ी से उभरा है। फास्ट फूड इंडस्ट्री के सबसे आकर्षक बिंदु है इसका स्वाद एवं समय की बचत। हमारे व्यस्त कार्यक्रमों में, हमारे पास किराने की खरीदारी करने के लिए कोई समय नहीं है, और फिर खाना बनाना है। हम सबकुछ तुरंत और फास्ट चाहते है, ऐसे में फास्ट फूड हमारी...

  • 'नारी' पोर्टल की शुरूआत, महिलाओं की सभी योजनायेँ अब एक क्लिक पर

    नयी दिल्ली (एजेंसी) : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आज एक वेब पोर्टल NARI (नारी) की शुरुआत की जहां महिलाओं से जुड़ी सभी योजनाओं की जानकारी मिल सकेगी। मंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि यूजर www.nari.nic.in पर लॉगइन करके केंद्र और विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा चलाई जा रही...

  • These Are The 10 Laws Against Sexual Crimes That Every Indian Women Should Know!

    Every Indian woman has fallen prey to sexual harassment in some way or the other.Sexual harassment is illegal. Unwanted physical touch, unwelcomed sexual advances, verbal harassment, sexual assault, requests for sexual favors are some sexual crimes about which most of us are aware. Here...

  • आने वाला समय में साइबर क्राइम पर नियंत्रण सबसे बड़ी चुनौती : उप्र डीजीपी

    लखनऊ, 4 दिसम्बर (एजेंसी) : उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने सोमवार को कहा कि राज्य में साइबर क्राइम पर नियंत्रण सबसे बड़ी चुनौती है। राष्ट्रीय अपराध अनुसंधान ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा जारी रिपोर्ट में उप्र में सर्वाधिक 17.2 फीसदी अपराध दर और महिलाओं के साथ अपराध के...

  • विटामिन डी की कमी से डिमेंशिया का खतरा

    (आईएएनएस): विभिन्न अध्ययनों से साबित हो चुका है कि विटामिन डी से हृदय रोग, स्कलेरोसिस और यहां तक कि गठिया जैसे रोगों के खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि विटामिन डी की कमी से डिमेंशिया या मनोभ्रंश होने का जोखिम बढ़ सकता है। अध्ययन के अनुसार, विटामिन डी की अधिक कमी...

  • अधिकांश भारतीय एडल्ट वेक्सीनेशन से अनजान है

    (आईएएनएस): भारत में नागरिकों को भांति-भांति की स्वास्थ्य समस्याएं पहले से ही परेशान किए हुए हैं, ऐसे में एक ताजा अध्ययन से पता चला है कि लगभग 68 प्रतिशत वयस्कों को एडल्ट वेक्सीनेशन के बारे में जानकारी ही नहीं है। इस सर्वेक्षण में शामिल हुए अधिकांश लोगों को लगता था कि टीकाकरण सिर्फ बच्चों के लिए ही...

  • जन्मशती विशेष: क्लास खत्म होने के बाद भी पढ़ाते रहते थे मुक्तिबोध

    आधुनिक हिंदी में गहन वैचारिक रचनाओं के लिए विख्यात मुक्तिबोध आम जीवन में एक बहुत ही सरल व्यक्ति और 'स्नेहिल पिता' थे और ऐसे प्रतिबद्ध अध्यापक थे जो कक्षा खत्म होने की घंटी बजने के बावजूद बच्चों को पढ़ाते रहते थे. मुक्तिबोध के जन्म शताब्दी वर्ष की समाप्ति पर उनके पुत्र रमेश मुक्तिबोध ने...

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