धिम्मी हिंदुओं के माध्यम से इस्लाम गढ़ रहा है नए नैरेटिव !
"यू कैन स्किप दिस इफ़ यू वॉन्ट" : तापसी पन्नू का वह विज्ञापन इन शब्दों के साथ शुरू होता है, और उसके ख़त्म होते होते आप वाक़ई यही सोचते हैं कि सचमुच हमें इसको स्किप कर देना चाहिए था। क्यों? क्योंकि तापसी ने उस विज्ञापन में जो बोला, वो अगर निहायत बेवक़ूफ़ाना होता तो कोई बात नहीं थी। क्योंकि बेवक़ूफ़ी कौन-सी...
Sushobhit Singh Saktawat | 22 July 2018 7:15 AM GMTRead More
अविश्वास प्रस्ताव और राहुल का बचकानापन: क्या यही है कांग्रेस का भविष्य?
आज संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर जिरह और मतदान के परिप्रेक्ष्य में जो सबसे बड़ा प्रहसन हुआ, वह यह नहीं था कि कांग्रेस के युवा अध्यक्ष ने भाषा, विमर्श, तर्क और संयम के स्तर पर हास्यास्पद ही नहीं, लज्जास्पद तक़रीर पेश की! आज के दिन का सबसे बड़ा मज़ाक़ तो यह था कि देश के पढ़े-लिखे, उदारवादी, मेधावी...
Sushobhit Singh Saktawat | 21 July 2018 3:39 PM GMTRead More
और मुशरिक (बहुदेववादी) स्त्रियों से विवाह न करों जब तक की वे ईमान न लाएँ- (सूराह : अल-बक़रा : 221)
तन्वी सेठ प्रकरण के पीछे चाहे जो राजनीति, कूटनीति या विश्वनीति रही हो, भारतीय परिप्रेक्ष्य में उसका एक ज़रूरी सामाजिक संदर्भ भी है, जिसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है।यह है "इंटरफ़ेथ मैरिजेस" का मसला।भारत में हिंदुओं के शादी-ब्याह सम्बंधी मामलों के लिए "हिंदू मैरिज एक्ट 1955" है और मुस्लिमों...
Sushobhit Singh Saktawat | 22 Jun 2018 2:15 PM GMTRead More
लंगड़ा: आमों का रस-राज
दुनिया फ़ानी है, दुनिया की लज़्ज़तें फ़ानी हैं, आज हैं कल नहीं। इस बयान का सबसे बड़ा इश्तेहार लंगड़ा आम है। "पानी केरा बुदबुदा, अस लंगड़े की जात।" कि ये चला-चली की बेला का फल है. आया नहीं कि गया. देरी से आता है, जल्दी जाता है! साहब, लंगड़े का यही हिसाब है। कि आज वह कच्ची कैरी है, कल पका फल बन जाएगा,...
Sushobhit Singh Saktawat | 17 Jun 2018 5:13 PM GMTRead More
इन्हें सेकुयलरिज़्म के दलाल कहें या हिज़ाब के ग़ुलाम?
शाब्बाश, सौम्या! 2015 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा भारत में गणतंत्र दिवस की परेड अटेंड करने आए थे। परेड के बाद एक स्पीच में उन्होंने भारत को बहुसंस्कृतिवाद का पाठ सिखाने की कोशिश की और सहिष्णुता पर लेक्चर दिया।तभी रियाद से ख़बर आई कि शाह अब्दुल्लाह मर गया है। महत्वपूर्ण स्ट्रैटेजिक...
Sushobhit Singh Saktawat | 14 Jun 2018 10:06 AM GMTRead More
इस्लाम और आतंकवाद : पहले मुर्ग़ी आई या अंडा ?
यह संसार का सबसे बड़ा यक्ष प्रश्न है। आइये, इस प्रश्न का उत्तर तलाशने की कोशिश करते हैं। श्रीनगर में CRPF की गाड़ी से कुचलकर एक रोज़ेदार आतंकवादी मारा गया ! पहले मुर्ग़ी आई या अंडा ? पहला प्रश्न - CRPF की गाड़ी चलकर आतंकवादी के पास गई थी या आतंकवादी चलकर CRPF की गाड़ी के पास आया था ? जवाब है...
Sushobhit Singh Saktawat | 3 Jun 2018 3:23 PM GMTRead More
बंगाल की कलंक-कथा
बंगाल में पिछले दिनों जो हुआ, उस पर किसको अचरज है? केवल उन्हीं को, जो इतिहास से अनजान हैं। क्योंकि तथ्यक तो यही है कि बंगाल अगर जल रहा है तो कौन-सी नई बात है? बंगाल से ही तो इस पूरे फ़साद की शुरुआत हुई थी! बंगाल ही तो मुस्लिम लीग का गढ़ था ! बंगाल से ही तो बंटवारे की विषबेल पनपी थी! सांस्कृीतिक...
Sushobhit Singh Saktawat | 29 May 2018 9:57 AM GMTRead More
शिया मुस्लिम और भारत
एक दिन पहले (26/05/18) जब मैंने इस आशय की एक, किंचित विवादास्पद और प्रोवोकेटिव, पोस्ट लिखी कि वर्तमान सत्तारूढ़ सरकार को 2019 के लोकसभा चुनाव में यह निश्चय कर लेना चाहिए कि उसे "आतंकवाद" के वोट नहीं चाहिए और उसे ध्रुवीकरण पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए, तो उस पर अनेक भली-बुरी प्रतिक्रियाएं आईं।...
Sushobhit Singh Saktawat | 27 May 2018 5:15 PM GMTRead More
मोदी जी : "कांग्रेस वाली तुष्टीकरण" की राह छोड़नी होगी
अगर माननीय प्रधानमंत्री महोदय वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में विजयश्री का वरण करना चाहते हैं तो अख़बारों में तरक़्क़ी के इश्तेहार निकालने के बजाय उन्हें एक संकल्प लेना होगा। प्रधानमंत्री को संकल्प लेना होगा कि मुझे "आतंकवाद" के वोट नहीं चाहिए, इसलिए मुझे येन केन प्रकारेण "आतंकवाद" को प्रसन्न करने...
Sushobhit Singh Saktawat | 26 May 2018 4:15 PM GMTRead More
2019 - लोकतन्त्र में "वोटतंत्र के तुष्टीकरण" की राजनीति ही जीतेगी ?
कर्नाटक के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद अनेक मित्रों ने मुझसे निजी और सार्वजनिक रूप से अनुरोध किया कि मैं इस पर कुछ कहूं। अनेक वांछनीय-अवांछनीय कारणों से मैंने राजनीति पर बात करना अब बंद कर दिया है, फिर भी इस परिघटना पर अनेक दृष्टिकोण से विचार किया जा सकता है। मैं बहुत ही संक्षेप में अपनी बात रखने का...
Sushobhit Singh Saktawat | 21 May 2018 11:31 AM GMTRead More