Yogi Anurag

Yogi Anurag

हमीं हैं, जोगी अनुराग। जिनकी तन्हाई का पहाड़ गल रहा है और निकल रही है शब्दों की एक नदी!.


  • "श्रीमद्भगवद्गीता" की प्रामाणिकता तर्कानुतर्क अकाट्य है

    "श्रीमद्भगवद्गीता एक साहित्यिक चोरी है!" — प्रेमकुमार मणि ! आज (17/05/18) दोपहर श्रीयुत गोविंद पुरोहित जी से फोन पर वार्ता हुयी। उन्होंने इस पंक्ति के साथ बताया कि महोदय "प्रेम" ने ग्यारह सौ शब्द की विवेचना लिखी है। उनकी विवेचना कहती है : "गीता एक साहित्यिक चोरी है, इसका मूल ग्रंथ बौद्ध कवि...

Share it