Pranay Kumar
A hardcore nationalist & founder of the social organization, "Shiksha Sopan". Passionate about reading & writing.
जन-आंदोलन के नाम पर बढ़ती अराजकता : लोकतान्त्रिक समाज के लिए खतरा ?
जन-आंदोलनों के नाम पर निरंतर बढ़ती हिंसक एवं अराजक प्रवृत्तियाँ लोकतंत्र के लिए घातक हैं, क्योंकि जैसे ही किसी भी प्रकार की मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन के नाम पर आप अराजकता फैलते हैं समाज के उन अनगिनत लोगों के संविधान प्रदत्त अधिकारों को अपने पैरो तले कुचलने लगते हैं जो इन आंदोलनों में आपके...
Pranay Kumar | 5 Dec 2020 5:45 PM ISTRead More
क्या सीमांचल में AIMIM की जीत विभाजन की मानसिकता की आहट है !!!
मज़हबी कट्टरता या पृथक पहचान की राजनीति देश के लिए अच्छी नहीं।एआईएमआईएम के जीतकर आए विधायकों ने शुरुआत में ही अपने रंग दिखाने प्रारंभ कर दिए हैं। उन्हें वंदे मातरम बोलने और गाने से तो परहेज़ था ही, अब विधानसभा के शपथ-ग्रहण-समारोह में हिंदुस्तान बोलने से भी है। उधर राजनीतिक पंडितों द्वारा बिहार चुनाव...
Pranay Kumar | 27 Nov 2020 6:49 PM ISTRead More