WAPCOS द्वारा स्वच्छ भारत अभियान पर की गई यमुना नदी एवं छट घाट की साफ-सफाई

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WAPCOS द्वारा स्वच्छ भारत अभियान पर की गई यमुना नदी एवं छट घाट की साफ-सफाई

शक्ति मंत्रालय के सचिव पंकज कुमार ने कहा कि "देश की नदियों को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने के लिए जन-सहभागिता की आवश्यकता है

  • प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 2 अक्टूबर, 2014 को जिस स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई थी, उसे सार्थक और सफल बनाने के लिए विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी WAPCOS (वाप्कोस लिमिटेड) द्वारा स्व्च्छेता अभियान का आयोजन किया गया।

भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले WAPCOS द्वारा 23 अक्टू्बर, 2021 को न केवल दिल्ली के आईटीओ स्थित यमुना के छट घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया गया अपितु देश और विदेश में स्थित अपनी अन्य क्षेत्रीय इकाइयों में भी इस अभियान का आयोजन किया गया।

ज्ञात हो कि 2 अक्टूबर 2014 को जब प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छता अभियान का आरंभ किया था, उससे कुछ माह पूर्व ही जुलाई 2014 में वाप्कोस लिमिटेड ने दिल्ली में आई.टी.ओ पर स्थित यमुना के छठ घाट को गोद ले लिए था और जिसकी ज़िम्मेदारी के तहत प्रत्येक माह छट घाट पर यमुना नदी और यमुना घाट की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है। इसके अतिरिक्त वाप्कोस द्वारा वहाँ पर हरियाली बढ़ाने के लिए पेड़-पौधे भी लगाए जाते हैं जिनकी देखभाल भी वाप्कोस के द्वारा ही की जाती है।

यमुना सफाई अभियान स्वच्छ भारत मिशन के इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री पंकज कुमार (सचिव, जल शक्ति मंत्रालय एवं अतिरिक्त सचिव एवं संयुक्त सचिव), श्री रजनी कांत अग्रवाल (Chairman cum Managing Director at WAPCOS Limited) एवं पंकज कपूर (निदेशक फाइनेंस, वाप्कोस) के साथ-साथ वाप्कोस एवं एनपीसीसी के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने यमुना घाट पर सफाई अभियान में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, और स्वच्छता के प्रति आमजन को भी जागरूक किया।


अब NPCC (एनपीसीसी) भी वाप्कोसस की ही एक सहायक कंपनी बन गई है, इस कारण वह भी इस स्वघच्छगता अभियान सक्रिय रूप से शामिल होती है। WAPCOS-NPCC के अधिकारियों के अनुसार भविष्या में भी दोनों ही कंपनियाँ स्वरच्छम भारत, हरित भारत और स्वमस्थए भारत की दिशा में मिलकर कार्य करती रहेंगी।

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इस अवसर पर जल शक्ति मंत्रालय के सचिव पंकज कुमार ने कहा कि "देश की नदियों को स्वच्छ, निर्मल और अविरल बनाने के लिए जन-सहभागिता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा "हमें पूर्ण स्वच्छता की ओर बढ़ना है, ग्रामीण क्षेत्रों में cleanliness (स्वच्छता) होनी चाहिए और इस सबके लिए हमें ग्राम पंचायतों का एवं लोगों का सहयोग चाहिए फिर जैसे हमने जन-आंदोलन के द्वारा स्वच्छ भारत 1.0 को सफल किया था वैसे ही जन-सहयोग के द्वारा ही स्वच्छ भारत 2.0 को सफल करेंगे।

पंकज कुमार ने आगे कहा कि जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत वाप्कोस द्वारा स्वच्छता अभियान को पिछले कई वर्षों से चलाया जा रहा है, उन्होंने बताया कि दिल्ली सहित वाप्कोस विदेश में चल रहे प्रोजेक्ट कार्यालयों एवं उत्तराखंड, भोपाल, पंचकूला अन्य प्रदेशों में भी आज इस अभियान को प्रमुखता से चला रहा है।

स्वाच्छपता अभियान में सहयोग कर रहे वाप्कोस एवं एनपीसीसी के सीएमडी रजनी कांत अग्रवाल ने कहा कि "2014 से माननीय प्रधान मंत्री जी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी तब से ही वाप्कोस ने मंत्रालय के साथ बढ़-चढ़ कर कार्य किया है, और देश - विदेश में स्थित वाप्कोस के कार्यालयों ने भी मिलकर स्वच्छता पखवाड़ा मनाया है। हमने दिल्ली में यमुना के छट घाट को एडाप्ट (गोद) किया है और यहाँ पर रेगुलर रूप से स्वच्छता कार्य करते हैं।

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वाप्कोस की कुछ क्षेत्रीय इकाइयों ने निम्नलिखित साइटों को अपनाया है वहाँ भी ये स्वच्छता अभियान भी चलाया गया था:

• Bhopal : Shahpura Lake

• Ujjain : Shipra River

• Haridwar : Chandi Ghat

• Ranchi : Argora Talab

• Panchkula : Sector 9 Market, Panchkula

• Foreign offices : Tanzania, Rawanda and Bhutan

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