चित्रकूट: पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेन्द्र के स्थान्तरण हेतु एक बार फिर राजनीति हुई तेज

  • whatsapp
  • Telegram
चित्रकूट: पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेन्द्र के स्थान्तरण हेतु  एक बार फिर राजनीति हुई तेज
X

पुलिस अधीक्षक चित्रकूट प्रताप गोपेन्द्र के स्थान्तरण हेतु पुनः राजनीति तेज, ईमानदार छवि एवं तेजतर्रार रवैये के कारण कई सियासी नेताओं को हो रही है समस्या/मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिकायती पत्र वापस भेजते हुए कहा कि जिले के पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी सिर्फ जनता के काम पर ध्यान दें, अधिकारियों के स्थान्तरण पर नही
चित्रकूट/मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सत्ता संभालते ही निर्देश किया था कि अब अपराधी प्रदेश छोड़ दें नही तो सलाखों के पीछे होंगे। इसी क्रम में यूपी पुलिस ने अपराधिओं और डकैतों की धरपकड़ शुरू कर दी। पिछले 7 महीने में चित्रकूट पुलिस ने डकैतों के गढ़ कहे जाने वाले चित्रकूट जिले में डकैतों की कमर तोड़ कर रख दी। सैकड़ों की संख्या में अपराधी सलाखों के पीछे और आधा सैकड़ा डकैत दर्जनों हथियारों के साथ पकड़े गए। हत्या के कई केस इतनी जल्दी सुलझाए की सभी ने चित्रकूट पुलिस की तारीफ की।
ये सब मुमकिन हुआ चित्रकूट पुलिस के ईमानदार एवं तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेंद्र के नेतृत्व के कारण, जिनकी टीम के सभी जवानों ने दिनरात एक करके जिले से अपराधिओं को खदेड़ा। मौजूदा समय मे न तो डकैतों का आतंक है न ही कानून व्यवस्था में किसी प्रकार की कोई समस्या लेकिन बावजूद इसके जिले के कई नेताओं को पुलिस की मौजूदा कार्यप्रणाली में समस्या दिख रही है। ऐसे नेताओं को पुलिस अधीक्षक की कार्यशैली से भी समस्या हो रही है। शायद इसीलिए एक बार फिर एसपी प्रताप गोपेन्द्र के स्थान्तरण के लिए कुछ नेताओं ने प्रयास तेज कर दिए हैं।
कुल मिलाकर अब पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेन्द्र के खिलाफ ऐसे प्रपंच रचकर स्थान्तरण करवाने का एक अभियान चलाया जा रहा है।
इस समयावधि में कुछ अपराधी जिनके विरुद्ध कार्यवाही की गई है और कुछ दलाल जिनकी दाल नही गल पा रही है वो चैनल्स पर गलत व भ्रामक तस्वीर पेश करवा के इस अभियान में शामिल हो गए हैं। सूत्रों की मानें तो चुनाव में हुई हार भी कुछेक नेताओं के इस अभियान में शामिल होने की बड़ी वजह है। फिलहाल ये जनता का ध्यान भटकाने का राजनीति षड्यंत्र प्रतीत होता है।
बहरहाल, आम जनमानस में कुछेक नेताओ के इस प्रयास को लेकर आक्रोश है। अधिकांश लोगों का कहना है कि ऐसे ईमानदार और तेज तर्रार छवि वाले आफीसर का ट्रांसफर होना गलत होगा। गौरतलब हो कि पिछले कुछ महीनों पहले भी कुछेक नेताओ ने ऐसे प्रयास किये थे लेकिन पिछले महीने जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चित्रकूट जिले के दौरे पर आए थे तब उन्होंने कानून व्यवस्था और डकैतो/अपराधियों पर लगाम लगाने हेतु पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेन्द्र की पीठ थपथपाई थी। इसके बाद उन सभी नेताओं की भारी किरकिरी भी हुई थी।

Share it