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उप्र॰ में किसान सेवा रथ गाँव - गाँव किसानों तक पहुंचाएंगे कृषि से जुड़ी जानकारियां
यह किसान सेवा रथ प्रदेश के 15 हजार गांवों में जाकर जानकारी बांटेंगे। यह अभियान आगामी 10 दिनों तक ब्लॉक स्तर पर चलाया जाएगा। इसमें मृदा परीक्षण, कृषियंत्रों पर अनुदान, सोलर पंप पर अनुदान की जानकारी दी जाएगी।
samachar 24x7 | Updated on:5 Dec 2017 1:35 PM GMT
यह किसान सेवा रथ प्रदेश के 15 हजार गांवों में जाकर जानकारी बांटेंगे। यह अभियान आगामी 10 दिनों तक ब्लॉक स्तर पर चलाया जाएगा। इसमें मृदा परीक्षण, कृषियंत्रों पर अनुदान, सोलर पंप पर अनुदान की जानकारी दी जाएगी।
लखनऊ, 5 दिसम्बर (एजेंसी) : उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को कृषि से जुड़ी तमाम जानकारियां उपलब्ध कराने और किसानों को मिट्टी की गुणवत्ता के प्रति जागरूक करने के लिए मंगलवार को 24 किसान सेवा रथ रवाना किए। इस मौके पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए कटिबद्ध है। (18:51)
केशव मौर्य ने कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल, राज्यमंत्री स्वाति सिंह सहित कई अन्य की मौजूदगी में हरी झंडी दिखाकर इन रथों को जनपदों के लिए रवाना किया।
यह किसान सेवा रथ प्रदेश के 15 हजार गांवों में जाकर जानकारी बांटेंगे। यह अभियान आगामी 10 दिनों तक ब्लॉक स्तर पर चलाया जाएगा। इसमें मृदा परीक्षण, कृषियंत्रों पर अनुदान, सोलर पंप पर अनुदान की जानकारी दी जाएगी।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा, "पूरी दुनिया आज जब विश्व मृदा दिवस मना रही है, तब जमीन की सेहत को लेकर चिंता व्यक्त की जा रही है। पर्यावरण असंतुलित हो रहा है। जल को जमीन में ग्रहण करने की क्षमता घट रही है। जमीन पथरीली और बंजर हो रही है, क्योंकि रासायनिक खादों का बेजा प्रयोग किया गया है। इससे खेती के उत्पादन में ठहराव आ गया है, इसीलिए किसानों को उनकी जमीन के बारे में जानकारी मृदा स्वास्थ्य कार्ड के जरिए दी जा रही है।"
उन्होंने कहा, "उसमें मिट्टी से जुड़ी जानकारियां तथा खाद के प्रयोग के बारे में जानकारी होती है। किसान क्योंकि जानकार नहीं होता है, तो किसान सेवा रथ के जरिए किसानों को उनके मृदा स्वास्थ्य कार्ड के प्रयोग के बारे में भी बताया जाएगा। समय से फसल की बुवाई करके 10 से 15 प्रतिशत तक उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है।"
मंत्री ने कहा, "मृदा की उर्वरा शक्ति बनी रहे, इसलिए उप्र सरकार प्रत्येक किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित कर रही है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड ने किसान भाइयों को मिट्टी की प्रकृति के अनुरूप फसल चुनने में मदद की है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रधानमंत्री मोदी के 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की परिकल्पना को साकार करने में महत्वपूर्ण साबित होगा।"