पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी और नरसिंह राव की प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ

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पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी और नरसिंह राव की प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ

भारतीय राजनीति को नयी दिशा देने वाले एवं देश के विकास में उल्लेखनीय योगदान देने वाले दो पूर्व प्रधानमंत्रियों पी वी नरसिंह राव और अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन एवं व्यक्तित्व को प्रदर्श्तित करने वाली अनोखी प्रदर्शनी का आज यहां उद्घाटन किया गया।
प्रदर्शनी में ऐसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है जिसमें कोई भी व्यक्ति इन दोनों प्रधानमंत्रियों के साथ अपनी तस्वीर खिंचवा सकता है और उनके साथ तस्वीरों में हाथ भी मिला सकता है।सवा करोड़ रूपय खर्च पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी और नरसिंह राव की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया
सवा करोड़ रुपए के खर्च से तैयार हुई इस प्रदर्शनी का उद्घाटन श्री वाजपेयी के 92 वें जन्मदिन पर किया गया।
संस्कृति मंत्रालय के सचिव राघवेन्द्र सिंह ने नेहरु स्मारक संग्रहालय एवं पुस्तकालय में इस प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। यह प्रदर्शनी एक माह तक चलेगी। संग्रहालय के निदेशक शक्ति सिन्हा ने यूनीवार्ता को बताया कि "देश के प्रधानमंत्रियों के योग्दान और समाज में उनकी भूमिका को चित्रित एवं रेखांकित करने की योजना के तहत यह तीसरी प्रदर्शनी है। सबसे पहले हमने लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर एक प्रदर्शनी आयोजित की थी। उसके बाद हमने देश के प्रधानमंत्रियों द्वारा लिखी गयी पुस्तकों और उन पर विभिन्न लेखकों द्वारा लिखी गयी पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई थी। अब हमने श्री राव और श्री वाजपेयी के जीवन एवं व्यक्तित्व पर प्रदर्शनी लगाई है।" श्री सिन्हा ने कहा कि श्री राव और श्री वाजपेयी दोनों का भारतीय राजनीति एवं देश के विकास में बड़ा योगदान रहा और समाज पर गहरा असर रहा। इसके अलावा देश की अर्थव्यस्था को मजबूत बनाने में उनकी प्रमुख भूमिका रही। दोनों सम्कालीन भी थे इसलिए हमने यह संयुक्त प्रदर्शनी लगाई। राव साहब की पुण्यतिथि 23 दिसंबर पड़ती है और श्री वाजपेयी का जन्मदिन 25 दिसंबर पड़ता है इसलिए संयुक्त प्रदर्शनी का एक अवसर बनता है। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में दुर्लभ फोटो, वीडियो, टच स्क्रीन होलोग्राम आदि का इस्तेमाल किया गया है। इसमें अधिकतर तस्वीरें फोटो डिविजन से ली गयीं हैं और कुछ दुर्लभ तस्वीरें उनके परिवार से ली गयी हैं।
इस प्रदर्शनी में एक कक्ष ऐसा भी बनाया गया है जहाँ एक स्थान पर आप हाथ मिलाने के अंदाज़ के साथ खड़े हो जायें तो सामने आपको श्री वाजपेयी और श्री राव के साथ हाथ मिलते हुए एक स्क्रीन पर एक तस्वीर दिखाई देगी। यह आधुनिक तकनीक के जरिये संभव किया गया है।
संस्कृति सचिव राघवेन्द्र सिंह ने इस तकनीक के जरिये अपनी तस्वीर स्क्रीन पर खिंचवाई। प्रदर्शनी में श्री वाजपेयी को अपनी प्रसिद्ध कविता काल के कपल पे लिखता मिटाता हूँ गीत नया गाता हूँ को उनकी आवाज़ में पढ़ते हुए दिखा गया है .दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों के संसद में दिए गए भाषणों के वीडियो भी दिखाए गए हैं।
बाद में इस प्रदर्शनी को नेहरु संग्राहलय में स्थाई रूप से लगाया जाएगा।

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