नये साल पर चले पटाखों से जहरीली हुई दिल्ली-NCR की हवा, लेकिन सब हैं खामोश ?
सबसे अधिक चौकने वाली बात ये है कि जहाँ दिवाली पर ठंड कम रहती है उस समय तो सरकार/कानूनी एवं कुछ सामाजिक संस्थाएं आगे बढ़–चढ़ कर पटाखों पर बैन लगाती/लगवाती हैं, लेकिन दिवाली समाप्त होते ही ये सभी शायद "शीत निद्रा" में चले जाते हैं लोगों को क्रिसमस और नए साल पर पटाखे चलाने कि खुली छुट देकर? जबकि सभी जानते हैं कि इस समय ठंड अधिक होने के कारण प्रदूषण भी अधिक फैलता है।
Dr Anil Verma | Updated on:1 Jan 2018 10:15 AM IST
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सबसे अधिक चौकने वाली बात ये है कि जहाँ दिवाली पर ठंड कम रहती है उस समय तो सरकार/कानूनी एवं कुछ सामाजिक संस्थाएं आगे बढ़–चढ़ कर पटाखों पर बैन लगाती/लगवाती हैं, लेकिन दिवाली समाप्त होते ही ये सभी शायद "शीत निद्रा" में चले जाते हैं लोगों को क्रिसमस और नए साल पर पटाखे चलाने कि खुली छुट देकर? जबकि सभी जानते हैं कि इस समय ठंड अधिक होने के कारण प्रदूषण भी अधिक फैलता है।
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नयी दिल्ली, (एजेंसी) : 2018 नए साल की नई सुबह यानि आज सोमवार को एक बार फिर दिल्लीो-NCR की आबो-हवा जहरीली हो गई है। एक तो ठंड ऊपर से इस जहरीली हवा से लोगों को सांस लेने में परेशानी, कफ और आंखों में जलन, सिर व सीने में दर्द एवं सर्दी-जुकाम जैसी समस्याबओं का सामना करना पड़ रहा है। विशेषकर यह जहरीली हवा सबसे अधिक वृद्धों-बच्चों एवं बीमार लोगों को परेशान कर रही है।
दिल्ली को घेरे में लिए इस जहरीली हवा के स्मोग ने हर किसी को चिंता में डाल दिया है, दिल्ली में आज भीषण कोहरे के कारण वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर होने पर इसे आपात श्रेणी में रखा गया है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के वायु गुणवत्ता सूचकांक पर दिल्ली में आज एक्यूआई यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स का स्तर 400 अंक पर दर्ज किये जाने के कारण इसे 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया है। जबकि अक्तूबर 2017 दिवाली की सुबह यही "एक्यूआई" यानी एयर क्वालिटी इंडेक्स 319 था।
सबसे अधिक चौकने वाली बात ये है कि जहाँ दिवाली पर ठंड कम रहती है उस समय तो सरकार/कानूनी संस्थाएं एवं कुछ सामाजिक संस्थाएं आगे बढ़–बढ़ कर पटाखों पर बैन लगती/लगवाती हैं, लेकिन दिवाली समाप्त होते ही ये सभी शायद शीत निद्रा में चले जाते हैं क्रिसमस और नए साल पर पटाखे चलाने कि खुली छुट देकर? जबकि सभी जानते हैं कि इस समय ठंड अधिक होने के कारण प्रदूषण भी अधिक फैलता है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक पर शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को अच्छा, 51 से 100 तक संतोषजनक, 101 से 200 तक सामान्य, 201 से 300 के स्तर को खराब, 301 से 400 के स्तर को बहुत खराब और 401 से 500 के स्तर को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है। सीपीसीबी की आज की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में शाम छह बजे प्रदूषक तत्वों पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 311 और 471.5 दर्ज किया गया।
इन तत्वों का स्तर 300 से 500 के बीच होने पर वायु प्रदूषण के स्तर को आपात श्रेणी में रखा जाता है। इनका सामान्य स्तर 60 से 100 के बीच होना चाहिये।