जल शक्ति मंत्रालय ने विश्व शौचालय दिवस पर स्वच्छता के क्षेत्र में दिए स्वच्छता पुरस्कार
स्वच्छ भारत मिशन ने एक जन आंदोलन के रूप में पांच साल के भीतर खुले में शौच से मुक्त होने में मील का पत्थर हासिल करके भारत की तस्वीर बदल दी है
स्वच्छ भारत मिशन ने एक जन आंदोलन के रूप में पांच साल के भीतर खुले में शौच से मुक्त होने में मील का पत्थर हासिल करके भारत की तस्वीर बदल दी है
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और जल शक्ति राज्य मंत्री श्री रतन लाल कटारिया ने आज विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर ओडीएफ स्थिरता और ओडीएफ प्लस लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले 20 जिलों को स्वच्छता पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया। ये पुरस्कार जल शक्ति मंत्रालय के पेयजल और स्वच्छता विभाग (डीडीडब्ल्यूएस) द्वारा आयोजित एक वर्चुअल समारोह में दिए गए। इस दौरान स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के केंद्र, राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों ने ऑनलाइन माध्यम से इसमें हिस्सा लिया।
इस मौक़े पर केंद्रीय मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने अपने संबोधन में कहा कि, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और नेतृत्व में स्वच्छता के लिए एक जन आंदोलन के रूप में ग्रामीण भारत को पूरी तरह से बदल दिया है। उन्होंने कहा कि, श्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) ग्रामीण भारत का लक्ष्य पांच साल की अवधि में मिशन मोड में प्राप्त किया है।
इस असाधारण सफलता को आगे बढ़ाते हुए स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के दूसरे चरण को इस साल के शुरू में लॉन्च किया गया था, जो ओडीएफ स्थिरता तथा ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन (एसएलडब्ल्यूएम) पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य गांवों में व्यापक स्वच्छता लाना है। उन्होंने ग्रामीण समुदाय के सदस्यों, विशेष रूप से कमजोर और हाशिये पर पड़े समुदायों के लिए सामाजिक, आर्थिक और स्वास्थ्य लाभों के लिए सुरक्षित स्वच्छता सुविधाओं तक पहुंच के महत्व पर जोर दिया। श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि, आज दिए जा रहे पुरस्कार जन आंदोलन को बढ़ावा देने के लिए समुदाय के सदस्यों द्वारा किए गए योगदान का सम्मान है।
इस अवसर पर बोलते हुए राज्य मंत्री श्री रतन लाल कटारिया ने स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े सभी हितधारकों के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने वर्ष 2014 से शुरू हुई इस महत्वपूर्ण यात्रा में अपना विशेष योगदान दिया और दुनिया के इस सबसे बड़े व्यवहार परिवर्तन कार्यक्रम को यादगार बना दिया है। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को अपने गाँवों में स्वच्छता और इसके मानकों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए बधाई दी तथा सभी से स्वच्छ भारत मिशन के दूसरे चरण में समान भावना के साथ काम करना जारी रखने का आग्रह किया, जो ओडीएफ प्लस के बड़े लक्ष्य पर केंद्रित है।
जल शक्ति मंत्रालय में पेयजल और स्वच्छता विभाग के सचिव श्री यू पी सिंह ने सभी राज्यों की स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) टीमों को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के पहले चरण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए बधाई दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि, शौचालय के उपयोग तथा व्यापक स्वच्छता बनाए रखने के लिए दूसरे चरण के तहत उल्लिखित लक्ष्य अधिक महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने दूसरे चरण के अंतर्गत मिशन मोड में सभी गांवों के लिए ओडीएफ प्लस स्थिति प्राप्त करने के संकल्प और प्रतिबद्धता पर जोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने पहले चरण से प्राप्त हुए लाभों को भी बनाए रखने की चुनौती पर ध्यान दिया।
केंद्रीय मंत्री ने ओडीएफ प्लस ग्राम पंचायतों के नौ सरपंचों के साथ एक वर्चुअल बातचीत या सरपंच संवाद भी किया, जहां सरपंचों ने लोगों की भागीदारी और ओडीएफ स्थिरता जैसी प्रमुख गतिविधियों के बारे में बताया। सरपंचों ने अपनी प्रेरक सफलता की कहानियों को ऑनलाइन मीडिया के माध्यम से सभी के साथ साझा किया। इस अवसर पर ओडीएफ प्लस फ़िल्म (स्वच्छता के पांच मंत्र) पर एक लघु फिल्म की स्क्रीनिंग भी की गई, जो एक रचनात्मक प्रारूप में ओडीएफ प्लस के प्रमुख घटकों को दर्शाती है।
20 पुरस्कृत जिले हैं, पश्चिम गोदावरी और पूर्वी गोदावरी (आंध्र प्रदेश), सियांग (अरुणाचल प्रदेश), कांकेर और बेमेतरा (छत्तीसगढ़), वड़ोदरा और राजकोट (गुजरात); भिवाना और रेवाड़ी (हरियाणा); एर्नाकुलम और वायनाड (केरल); कोल्हापुर और नाशिक (महाराष्ट्र); कोलासिब और सेरछिप (मिज़ोरम); मोगा और फतेहगढ़ साहिब (पंजाब); सिद्दीपेट और पेद्दापल्ली (तेलंगाना); और कूच बिहार (पश्चिम बंगाल)।
लाइव:
— Ministry of Jal Shakti #StayHome 🏘️#StaySafe (@MoJSDoWRRDGR) November 19, 2020
विश्व शौचालय दिवस पर सरपंच संवाद और पुरूस्कार समारोह।#Toilet4All#WorldToiletDayhttps://t.co/yg4BfcUJd6
'When the mission was launched, many thought our goal of providing household toilets across the country is an impossible target. Today, we have managed to construct over 10 crore toilets in just 5 years." - Shri Upendra Prasad Singh
— Ministry of Jal Shakti #StayHome 🏘️#StaySafe (@MoJSDoWRRDGR) November 19, 2020
#WorldToiletDay2020 #Toilet4All pic.twitter.com/MTw4nrdhtg
Maharashtra bagged 2nd prize in Best State category in the 2nd #NationalWaterAwards organised by the Ministry of Jal Shakti on 11th & 12th November 2020. #NWA2019@CMOMaharashtra @AUThackeray @PMOIndia @gssjodhpur @nwmgoi @WRD_Bihar @MinistryWCD pic.twitter.com/bI6LfpGloh
— Ministry of Jal Shakti #StayHome 🏘️#StaySafe (@MoJSDoWRRDGR) November 19, 2020