ट्विटर ने जम्मू, कश्मीर और लद्दाख को भारत के नक्शे से दिखाया बाहर एक 'अलग देश'
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब ट्विटर ने भारत के नक्शे को गलत तरीके से पेश किया है। इससे पहले भी इसने लेह को जम्मू-कश्मीर का और लद्दाख को चीन का हिस्सा बताया था
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब ट्विटर ने भारत के नक्शे को गलत तरीके से पेश किया है। इससे पहले भी इसने लेह को जम्मू-कश्मीर का और लद्दाख को चीन का हिस्सा बताया था
नए आईटी नियमों के अनुपालन को लेकर भारत सरकार और ट्विटर के बीच चल रहे गतिरोध के बीच ट्विटर ने सोमवार को एक नया विवाद खड़ा कर दिया जब उसकी वेबसाइट के एक पेज पर भारत के केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को भारत के नक्शे से अलग 'एक देश' के रूप में दिखाया गया।
ट्विटर की वेबसाइट के "ट्वीप लाइफ (Tweep Life)" खंड में प्रदर्शित नक्शे में भारत के बाहर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग 'एक देश' के रूप में दिखाया गया था। एक ट्विटर उपयोगकर्ता द्वारा विकृत नक्शे को सार्वजनिक जांच के दायरे में आने और सोशल मीडिया पर भारी निंदा शुरू होने के बाद, ट्विटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई गई थी।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब ट्विटर ने भारत के नक्शे को गलत तरीके से पेश किया है। इससे पहले भी इसने लेह को जम्मू-कश्मीर का और लद्दाख को चीन का हिस्सा बताया था। ट्विटर द्वारा किए जा रहे इस प्रकार के कार्यों से उसकी भारत विरोधी मानसिकता दिखाई देती है।
सरकारी सूत्रों ने सख्त कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा कि देश के नक्शे से छेड़छाड़ गंभीर अपराध है। सूत्रों ने कहा कि अपराध सिद्ध होने पर ट्विटर को वित्तीय दंड का सामना करना पड़ सकता है, इसके अतिरिक्त दोषी अधिकारियों के लिए सात साल की जेल और आईटी नियमों की धारा 69 ए के तहत इसे अवरुद्ध भी किया जा सकता है।
कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करने के बाद, सोमवार को ट्विटर वेबसाइट के करियर सेक्शन में 'ट्वीप लाइफ' शीर्षक के तहत दिखाई देने वाले ग्लोबल मैप को पूरी तरह से वेब पेज से हटा दिया गया। लेकिन अभी तक ट्विटर ने अपनी वेबसाइट पर भारत का विकृत नक्शा (controversial map) दिखाये पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
इस पूरे घटनकराम पर बीजेपी नेता पी मुरलीधर राव ने ट्वीट किया " Twitter is confirming by its actions the apprehensions expressed widely in last few months about its bias towards Indian interests & sensitivities. Twitter's mischeavious representation of Indian Map is strongly condemned. @Twitter has to follow law of land..!
Twitter is confirming by its actions the apprehensions expressed widely in last few months about its bias towards Indian interests & sensitivities.
— P Muralidhar Rao (@PMuralidharRao) June 28, 2021
Twitter's mischeavious representation of Indian Map is strongly condemned. @Twitter has to follow law of land..!
इससे पहले मई में, भाजपा के कई बड़े नेताओं के पोस्ट को ""manipulated media" के रूप में टैग करने के बाद हुये विवाद के बीच ही फिर, 5 जून को, ट्विटर ने भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के व्यक्तिगत हैंडल से blue check mark को कुछ समय के लिए हटा दिया था। उपयोगकर्ता की प्रोफ़ाइल पर प्रदर्शित यह ब्लू टिक वैधता के संकेतक के रूप में देखा जाता है।
कॉपीराइट उल्लंघन के आरोप में शुक्रवार को केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का ट्विटर अकाउंट कुछ समय के लिए लॉक कर दिया गया था। मंत्री ने कहा कि टेलीविजन पर होने वाली बहसों की क्लिप पोस्ट करके कॉपीराइट कानून का उल्लंघन करने की शिकायतों पर उन्हें एक घंटे से अधिक समय तक उनके खाते तक पहुंच से वंचित रखा गया था।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने 5 जून को गाजियाबाद जिले में एक बुजुर्ग मुस्लिम व्यक्ति के हमले के बारे में पोस्ट नहीं हटाने के लिए पहली सूचना रिपोर्ट में ट्विटर का नाम भी लिया है। कंपनी पर "दंगा करने के इरादे से, दुश्मनी को बढ़ावा देने और आपराधिक साजिश" के लिए मामला दर्ज किया गया है। गाजियाबाद पुलिस ने मामले में ट्विटर इंडिया के प्रबंध निदेशक मनीष माहेश्वरी को कानूनी नोटिस भेजा है। हालांकि, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने उत्तर प्रदेश पुलिस को उसके खिलाफ कोई भी दंडात्मक कार्रवाई करने से रोक दिया है।
नए सूचना प्रौद्योगिकी नियम - जो फरवरी में घोषित किए गए और मई में प्रभावी हो गए - सोशल मीडिया कंपनियों, स्ट्रीमिंग और डिजिटल समाचार सामग्री को विनियमित करने के लिए तैयार किए गए हैं, वस्तुतः उन्हें पहली बार सरकारी पर्यवेक्षण के दायरे में लाया गया है।
इन सभी विवादों से लेकर केंद्र द्वारा सोशल मीडिया साइट्स के लिए बनाए नए नियमों तक, कई मुद्दों पर सरकार और ट्विटर के बीच उग्र झगड़े के दौरान ट्विटर द्वारा भारत के नक्शे में की गई विकृति एक ऐसा कार्य है जिससे सिर्फ सरकार ही नहीं देश की जनता भी उसके विरुद्ध कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग कर रही है।