कुछ यूं दिया मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव का जवाब
राहुल गांधी की आंख में आंख डालने वाले बयान पर पीएम मोदी बोले- 'हां, हम गरीब है, हमारी हैसियत आंख में आंख डालने की नहीं। आप तो नामदार हैं, हम तो कामदार हैं, जिन लोगों ने आंख में आंख डालने की कोशिश की उनके साथ क्यान किया गया। इतिहास गवाह है।'
राहुल गांधी की आंख में आंख डालने वाले बयान पर पीएम मोदी बोले- 'हां, हम गरीब है, हमारी हैसियत आंख में आंख डालने की नहीं। आप तो नामदार हैं, हम तो कामदार हैं, जिन लोगों ने आंख में आंख डालने की कोशिश की उनके साथ क्यान किया गया। इतिहास गवाह है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शासनकाल में पहली बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना किया। शुक्रवार को दिनभर चली बहस के बाद बोलते हुए मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। 90 मिनट तक चले अपने भाषण में विपक्ष की ओर से रखे गए हर सवाल का जवाब दिया। पढ़िए मोदी के भाषण की 50 खास बातें-
1. 'मैं समझता हूं यह अच्छा मौका है कि हमें तो अपनी बात कहने का मौका मिल ही रहा है, लेकिन देश को ये भी देखने को मिला है कि कैसी नकारात्मकता है, कैसा विकास के प्रति विरोध का भाव है। कैसे नकारात्मक राजनीति ने कुछ लोगों को घेर कर रखा है और उन सबका चेहरा निखरकर के सज-धज कर बाहर आया। कइयों के मन में प्रश्न है कि अविश्वास प्रस्ताव आया क्यों, न संख्या है न बहुमत है फिर भई ये क्यों लाया गया।'
2. राहुल गांधी के गले मिलने पर पीएम मोदी बोले- 'कुर्सी पर पहुंचने की जल्दगबाजी है।'
3. मोदी ने कहा - 'अविश्वादस प्रस्ताव के बहाने अपने कुनबे को जमाने की कोशिश की गई है। हम यहां इसलिए हैं क्यों कि सवा सौ करोड़ देशवासियों का हमें आशीर्वाद है. आप इस प्रस्ताोव के जरिए उन लोगों का अपमान न करें।'
4. मोदी ने राहुल पर तंज कसते हुए कहा- 'हमें कहा गया कि जब मैं बोलूंगा तो आप 15 मिनट भी नहीं टिक सकेंगे। आज मैं उपलब्धिुयों के साथ खड़ा हूं।'
5. 'हमारी उपलब्धि यों पर विपक्ष को विश्वाखस नहीं।'
6. ' जब हम डिजिटल लेनदेन की बात करने लगे तो सदन में बैठे लोग बताने लगे कि हमारे देश में लोग अनपढ़ हैं। ऐसे लोगों को हमारे देश की जनता ने तमाचा मारा है। इनकी यही मानसिकता गलत है।'
7. पीएम ने कहा - 'कांग्रेस को खुद पर अविश्वाास है। उनको ईवीएम, चुनाव आयोग, न्याेयालय, आरबीआई जैसी संस्थाशओं पर विश्वाकस नहीं है।'
8. 'हम 2014 में आए, तब कई लोगों ने हमको कहा था कि इकोनॉमी पर व्हाइट पेपर लाया जाए लेकिन जब हम बैठे तो ऐसी जानकारी आई कि हम चौंक गए। इसलिए मैं आज एनपीए की कहानी सुनाना चाहता हूं। ये कहानी की शुरुआत हुई 2008 में और 2009 में चुनाव था। कांग्रेस को लगने लगा था कि एक साल बचा है, जितने बैंक खाली कर सकते हो करो, एक बार आदत लग गई तो बैंकों की लूट 2014 तक ये जारी रही। आजादी के साठ साल बाद हमारे देश की बैंकों ने लोन के रूप में जो राशि दी थी वो 18 लाख करोड़ थी, लेकिन 2008 से 2014 तक ये राशि 52 लाख करोड़ हो गई।'
9. 'डोकलाम के विषय पर अगर जानकारी नहीं है तो बोलने से बचना चाहिए। जो डोकलाम पर बोलते हैं वो चीनी राजदूत से मिलते हैं। देश की सुरक्षा को लेकर ऐसी बचकानी हरकतें नहीं करनी चाहिए।'
10. 'विपक्ष ने राफेल मामले पर गुमराह किया। देश के सेनाध्याक्ष के लिए गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर बचकानी हरकत से बचना चाहिए।'
11. 'हर जगह पर बचकानी हरकत ठीक नहीं। राफेल पर देश को गुमराह कर रहे।'
12. 'सर्जिकल स्ट्राइक को जुमला स्ट्राइक कहना गलत, शहीदों का अपमान मत कीजिए।'
13. 'आजकल शिवभक्ति की बातें हो रही हैं, मैं भी शिव जी को प्रार्थना करता हूं कि आपको इतनी शक्ति दे कि आप 2024 में फिर से अविश्वास प्रस्ताव लाएं।'
14. 'मुद्रा योजना ज्यादातर युवाओं के सपने को पूरा कर रही है।'
15. 'ये सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं बल्कि कांग्रेस का अपने तथाकथित साथियों का फ्लोर टेस्ट है। मैं भी पीएम बनूंगा इस सपने पर और भी दल मुहर लगा दें, इसका ट्रायल चल रहा है. इस प्रस्ताव के बहाने अपने-अपने कुनबे को जमाने की चिंता पड़ी है।'
16. पीएम मोदी का सोनिया गांधी पर तंज- 'जो नंबर का दावा कर रहे हैं, ये उनका अहंकार है।'
17. '1979 में चौधरी चरण सिंह जी को पहले समर्थन का भ्रम दिया गया फिर वापस ले लिया गया। यह किसान नेता का अपमान था। यह फॉर्मूला लंबे समय तक चलता रहा।'
18. राहुल गांधी की आंख में आंख डालने वाले बयान पर पीएम मोदी बोले- 'हां, हम गरीब है, हमारी हैसियत आंख में आंख डालने की नहीं। आप तो नामदार हैं, हम तो कामदार हैं, जिन लोगों ने आंख में आंख डालने की कोशिश की उनके साथ क्यान किया गया। इतिहास गवाह है।'
19. 'राहुल गांधी के आंख मारने पर पीएम का तंज- आज इन आंखों का खेल पूरा देश देख रहा है।'
20. 'हम चौकीदार भी हैं, भागीदार भी हैं लेकिन आप की तरह ठेकेदार नहीं हैं। हम गरीबों, किसानों और नौजवानों के सपनों के भागीदार हैं।'
21. 'कांग्रेस तो डूबी हुई है, उनके साथ जाने वाले भी डूबेंगे।'
22. 'कांग्रेस की वजह से तेलंगाना का विवाद। भारत और पाक का विभाजन भी आपकी करतूत।'
23. 'आंध्र के लोगों की हमें चिंता। टीडीपी ने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए यू-टर्न लिया। मैंने चंद्रबाबू नायडू जी को हिदायत दी थी। चंद्रबाबू नायडू वाईएसआर के जाल में फंस गए।'
24. 'कांग्रेस ने अर्थव्यबवस्थाव को खोखला कर दिया। 2009 से 2014 तक बैंकों को लूटने का खेल चलता रहा। आजादी के 60 साल में हमारे देश की बैंकों ने लोन के रुप में जो राशि दी वो 18 लाख करोड़ थी लेकिन 2008 से 2014 के बीच यह राशि 18 लाख से 52 लाख करोड़ हो गई।'
25. 'हमने बैंक में सुधार के लिए बहुत सारे कदम उठाए हैं। हमने एनपीए को भी कम करने के लिए कार्रवाई की है। बैंकों को 2 लाख 10 हजार करोड़ से ज्याादा की राशि री-कैपिटलाइजेशन के लिए दिए जा रहे हैं। बैंकरप्सीह कानून से एनपीए की रिकवरी में मदद मिलेगी। अगर 2014 में एनडीए की सरकार नहीं बनी होती तो यह देश बहुत बड़े संकट में होता।'
26. 'हमने महिलाओं को आगे बढ़ाने का काम किया है। तीन तलाक के मुद्दे पर हमारी सरकार मुस्लिम महिलाओं के साथ है। बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ जनअभियान बना है।'
27. 'हमने 50 लाख से ज्याादा लोगों का रोजगार दिया। वकीलों के माध्यइम से 2 लाख लोगों को रोजगार मिला। पिछले साल हमारे यहां 2 लाख 55 हजार ऑटो की बिक्री हुई है। ऑटो के जरिए 3 लाख 40 हजार लोगों को रोजगार मिलता है।'
28. 'सबका साथ सबका विकास मंत्र को लेकर हमने काम किया और 18 हजार गांवों में बिजली पहुंचाई, ये काम पहले भी सरकारें कर सकती थीं, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इन गांवों 15 हजार गांव पूर्वी भारत के थे और उनमें से भी 5 हजार गांव पूरी तरह अंधेरे में थे।'
29. 'बैंकों के दरवाजे गरीबों के नहीं खोले गए। लगभग 32 करोड़ जनधन खाते हमने खोलने का काम किया। आज 80 हजार करोड़ रुपए गरीबों ने इनमें जमा किए।'
30. 'हमने 8 करोड़ शौचालय बनाए।'
31. 'उज्ज्वला योजना के जरिए करीब साढे़ 4 करोड़ महिलाओं को धुआंमुक्त जिंदगी हमारी सरकार ने दी। ये वो लोग थे जो 9 सिलेंडर से 12 सिलेंडर की चर्चा में खोए हुए थे।'
32. 'एक रिपोर्ट के मुताबिक, बीते दो वर्ष में 5 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आए।'
33. '20 करोड़ गरीबों को एक रुपए महीने और 90 पैसे प्रतिदिन पर बीमा का कवर मिला। इस सरकार ने पांच लाख का मेडिकल कवर दिया है।'
34. 'हम किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने में कदम उठा रहे हैं, लेकिन इनको विश्वास नहीं हो रहा।'
35. '80 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली 99 सिंचाई योजनाओं को पूर्ण कर रहे हैं जो लटकी हुई थीं।'
36. 'हमने 15 करोड़ किसानों को हेल्थ कार्ड दिया, यूरिया में शत-पर्तिशत नीम कोटिंग की जिसका किसानों को लाभ हुआ।'
37. 'पीएम फसल योजना के जरिए किसानों का विश्वास जगाया। हमने प्रीमियम कम किया, बीमा का दायरा बढ़ाया। 2016-17 में 1,300 करोड़ का बीमा प्रीमियम दिया, लेकिन क्लेम दिया 55 सौ करोड़ यानी तीन गुना ज्यादा।'
38. 'उनके जमाने में एलईडी बल्ब 350-400 रुपए में बिकता था और आज 40-45 रुपए में पहुंच गया. अब तक 100 करोड़ एलईडी बल्ब बिक चुके हैं।'
39. 'युवाओं के स्वरोजगार के लिए पहले नौजवानों को सर्टिफिकेट मिलते थे, हमने मुद्रा योजना से 13 करोड़ नौजवानों को लोन दिया। 10 हजार से ज्यादा स्टार्टअप हमारे नौजवान चला रहे हैं।'
40. 'एक समय था जब डिजिटल लेनदेन की बात करने लगे कि हमारा देश अनपढ़ है, लेकिन जनता ने करारा जवाब दिया। अकेले भीम ऐप और मोबाइल से एक महीने में 41,000 करोड़ का लेनदेन किया जा चुका है, लेकिन उनका देश की जनता पर भरोसा नहीं है।'
41. 'मेक इन इंडिया और जीएसटी पर भी इनका भरोसा नहीं है। भारत ने पूरी दुनिया की इकोनॉमी को मजबूती दी है। भारत सबसे तेज दौड़ने वाली छठी अर्थव्यवस्था बन गई है। ये जयकारा सरकार का नहीं जनता का है। देश पांच बिलियन डॉलर की इकनॉमी बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।'
42. 'हमने काले धन के खिलाफ लड़ाई छेड़ रखी है, ये लड़ाई रुकने वाली नहीं है। इससे कैसे-कैसे लोगों की परेशानी हो रही है, तकनीक के माध्यम से 90 हजार करोड़ की सब्सिडी चोरी रोकी जा चुकी है। ढाई लाख से ज्यादा शैल कंपनियों पर ताले लगा दिए।'
43. 'बेनामी संपत्ति का कानून सदन ने पारित किया, लेकिन 20 साल तक नोटीफआई नहीं किया जा सका। क्यों, किसको बचाना चाहते थे। अब तक साढ़े 4 हजार करोड़ की संपत्ति इसके तहत हमने जब्त की। देश को भरोसा है लेकिन जो खुद पर भरोसा नहीं कर सकते वो हमकर भरोसा कैसे कर सकेंगे।'
44. 'हमारे शास्त्रों में इस तरह के लोगों के बारे में अच्छी तरह से कहा गया है। 'चातक के मुंह में बारिश की बंदू सीधे नहीं गिरती तो इसमें बारिश का क्या दोष।'
45. 'कांग्रेस को खुद पर अविश्वास है और ये घोर अविश्वास से घिरे हुए हैं। उनकी कार्यशैली और सासंकृतिक जीवन का ये हिस्सा बन गया है। स्वच्छ भारत, योग दिवस, सीजेआई, रिजर्व बैंक, अर्थव्यवस्था के आंकडे़ देने वाली संस्था, पासपोर्ट की ताकत, देश का गौरवगान, चुनाव आयोग, ईवीएम पर भी इनको भरोसा नहीं है। ये अविश्वास क्यों बढ़ गया जब कुछ मुट्ठी भर लोग अपना ही विशेषाधिकार मानते थे लेकिन जनता से इसे बदल दिया तो वहां बुखार चढ़ने लगा।'
46. 'आज सत्य को कुचला गया, रौंदा गया, यूपीए सरकार ने ही पेट्रोलियम को जीएसटी से बाहर रखा था।'
47. 'हम चौकीदार भी हैं, भागीदार भी हैं, लेकिन आपकी तरह हम सौदागर नहीं हैं, ठेकेदार नहीं हैं किसानों के। हम देश के नौजवानों के सपनों, 115 जिलों के विकास के सपनों के भागीदार, मेहनतकश मजदूरों के भागीदार हैं और रहेंगे, हमें गर्व है इस बात पर।'
48. 'कांग्रेस का एक ही मंत्र है या तो हम रहेंगे अगर हम नहीं रहेंगे तो अस्थिरता रहेगी, अफवाहों का साम्राज्य रहेगा। अफवाह उड़ाई जाती हैं, झूठ फैलाया जाता है, अब तो तकनीक भी उपलब्ध है। आरक्षण खत्म हो जाएगा, देश को हिंसा की आग में झोंकने का षड़यंत्र है। ये लोग दलितों, गरीबों, वंचितों को इमोशनल ब्लैकमैल कर राजनीति करते हैं।'
49. '18 साल पहले वाजपेयी की सरकार ने तीन राज्यों का गठन किया। कोई खींचतान नहीं, कोई झगड़ा नहीं, मिल बैठकर रास्ते निकाले और तीनों राज्य बहुत तेजी से शांति से प्रगति कर रहे हैं।'
50. 'एनडीए की सरकार ने तय किया कि आध्र और तेलंगाना के विकास में कोई कमी नहीं आएगी और हम उसके प्रति संकल्पित हैं। हमने जो कदम उठाए, इसी सदन के एक माननीय सदस्य ने बयान दिया था कि स्पेशल स्टेटस से ज्यादा बेहतर स्पेशल पैकेज है। वित्त आयोग ने स्पेशल और जनरल कैटेगरी के भेद को खत्म कर दिया। एनडीए सरकार आंध्र प्रदेश के लोगों की आशाओं-आकाक्षाओं का सम्मान करती है, लेकिन सरकार 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों से बंधी हुई है। इसलिए स्पेशल पैकेज बनाया गया ताकि उसे उतनी सहायता मिले जितनी उसे स्पेशल स्टेटस मिलने पर प्राप्त होती। इस निर्णय को लागू किया तो आंध्र के सीएम ने वित्त मंत्री को धन्यवाद दिया।'