हेडगेवार भारत माँ के महान सपूत थे : श्री प्रणव मुखर्जी
"आज मैं यहाँ भारत माँ के महान सपूत के॰ बी॰ हेडगेवार को सम्मान और श्रद्धांजलि देने आया हूँ" - पूर्व राष्ट्रपति माननीय प्रणव मुखर्जी
"आज मैं यहाँ भारत माँ के महान सपूत के॰ बी॰ हेडगेवार को सम्मान और श्रद्धांजलि देने आया हूँ" - पूर्व राष्ट्रपति माननीय प्रणव मुखर्जी
"आज मैं यहाँ भारत माँ के महान सपूत के॰ बी॰ हेडगेवार को सम्मान और श्रद्धांजलि देने आया हूँ" पूर्व राष्ट्रपति माननीय प्रणव मुखर्जी
ये शब्द आज नागपुर में संघ के कार्यालय में माननीय हेडगेवार को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये कहे।
'Today I came here to pay my respect and homage to a great son of Mother India': Former President Dr.Pranab Mukherjee's message in the visitor's book at RSS founder KB Hedgewar's birthplace in Nagpur pic.twitter.com/ax76NCzJMa
— ANI (@ANI) June 7, 2018
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय बुधवार को पहुंचे थे। माननीय मुखर्जी आज वहाँ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित हैं। जिस दिन से श्री मुखर्जी ने नागपुर में संघ के मुख्यालय में जाकर आरएसएस के प्रशिक्षुओं को संबोधित करने के लिए अपनी सहमति दी है उसी दिन से इस घटना ने पूरे राजनीतिक जगत में मुख्यतः कांग्रेस में एक हलचल और विवाद पैदा को जन्म दे दिया है।
Nagpur: Former President Pranab Mukherjee arrives at Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) founder KB Hedgewar's birthplace, welcomed by RSS chief Mohan Bhagwat. pic.twitter.com/QY1QguMNDV
— ANI (@ANI) June 7, 2018
सूत्रों के अनुसार पूरे देश से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लगभग 700 स्वयंसेवक शिविर में भाग लेंगे, जिसे संघ की भाषा में संघ शिक्षा वर्ग (संघ प्रशिक्षण वर्ग) भी कहा जाता है। आरएसएस के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने प्रतिष्ठित लोगों को वार्षिक आयोजन में बुलाए जाने की अपनी परंपरा को ध्यान में रखते हुए ही पूर्व राष्ट्रपति को आमंत्रित किया है
#WATCH:Former President Pranab Mukherjee in conversation with Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) chief Mohan Bhagwat at RSS founder KB Hedgewar's birthplace in Nagpur. pic.twitter.com/PDXnP5H4lE
— ANI (@ANI) June 7, 2018