विपक्ष ने लगाया बड़ा आरोप, नोटबंदी और जीएसटी के कारण नौकरियां कम हुई

विपक्ष ने लगाया बड़ा आरोप, नोटबंदी और जीएसटी के कारण नौकरियां कम हुई

राज्यसभा में आज विपक्ष ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हुई है, बेरोजगारी बढ़ी है तथा नोटबंदी और जीएसटी के कारण नौकरियां कम हुई हैं जबकि सत्ता पक्ष ने दावा किया कि तीन साल में अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है और सरकार रोजगार के अवसर बढ़ा रही है।
अर्थव्यवस्था की स्थिति पर अल्पकालिक चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस के आनंद शर्मा, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव, बीजू जनता दल के अनुराग मोहंती, तृणमूल के सुधेंदु शेखर राय एवं अन्ना द्रमुक के नवनीत कृष्णन ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बड़े सपने दिखाए और बड़े वादे किये लेकिन उसे पूरा करने में विफल रहे जबकि भारतीय जनता पार्टी के भूपेंद्र यादव और जनता दल (यूनाइटेड) के हरिवंश ने सरकार का बचाव करते हुए अर्थव्यवस्था की मोहक तस्वीर पेश की।
श्री शर्मा ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि मोदी सरकार देश की अर्थव्यवस्था में छलांग लगाने का दावा
कर रही है लेकिन अर्थव्यवस्था के सभी मानक गिर रहे हैं। इसलिए यह सरकार बताये कि आखिर किन मानकों के आधार पर अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।
भाजपा के भूपेंद्र यादव ने विश्व आर्थिक फोरम के सर्वे और मूडीज की रेटिंग का हवाला देते हुए कहा कि भारत विश्व में अर्थव्यवस्था के पायदान पर काफी ऊपर आ गया है और तीन साल में प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश में सर्वाधिक वृद्धि हुई है और यह बढ़कर 62.06 अरब डाॅलर हो गयी है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में अर्थव्यवस्था में आत्मविश्वास आया है और आठ सेक्टरों में रोजगार में वृद्धि हुई है।
श्री शर्मा ने कहा कि देश की आम जनता मूडीज और एसेल के आंकड़ों को नहीं समझती। श्री यादव आंकड़ों से जो भी दावे पेश करें हकीकत अलग है चीन से हम अपनी तुलना नहीं कर सकते। वहां धान एवं गेहूं की दोगुनी उपज है और कृषि की विकास दर छह प्रतिशत है जबकि हमारे यहां चीन से दोगुनी जमीन पर खेती होती है फिर भी विकास दर मात्र एक से दो प्रतिशत के बीच है।

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