सामाजिक संस्था "माँ शक्ति" द्वारा पुलवामा हमले के शहीदों को नमन एवं सहायता

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शहीद प्रदीप कुमार जी जो कि शामली, उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे उनके साले श्री कुलदीप सिंह जी को माँ शक्ति ने बुलाया और एडीएम अरुण गुप्ता जी के हाथों उन्हे 25 हज़ार का चेक दिया

देश के अंदर लोग सुख चैन से जीते हैं क्योंकि सेना के प्रहरी अपनी जान देने के लिए तैयार रहते हैं l

आज सारा देश शोक में डूबा है जो पुलवामा में शहीद हो गए पर क्या कभी किसी ने सोचा कि उनके बाद उनके परिवार वाले किस तरह रहेंगे? या उनके पीछे परिवार को किन-किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है? भाषण बाजी तो सभी ने की होगी पर इस ओर कुछ की ही नज़र गयी होगी। उन्हीं चंद लोगों में से है "माँ शक्ति" के वालंटियर गौरव सिन्हा।

गौरव ने 2 दिन के अंदर दिन रात एक करके लोगों से चंदा इकट्ठा किया और पुलवामा में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के 2 शहीदों श्री प्रदीप कुमार एवं श्री अमित कुमार के परिवार के लोगों से मुलाक़ात कर उनको एक सहयोग राशि दीl

शहीद प्रदीप कुमार जी जो कि शामली, उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे उनके साले श्री कुलदीप सिंह जी को माँ शक्ति ने बुलाया और एडीएम अरुण गुप्ता जी के हाथों उन्हे 25 हज़ार का चेक दिया।

इस तरीके का जज्बा अगर हर भारतीय के अंदर हो जाए तो देश पर शहीद होने वाले के परिवार को कोई तकलीफ ना हो ।

माँ शक्ति ने एक पहल की और 3/111, ललिता पार्क, लक्ष्मी नगर स्थित "माँ शक्ति" के हेड ऑफिस में स्थित सीनियर सिटीजन रिक्रिएशन सेंटर कम होम का उसका उद्घाटन किया, इसका उद्घाटन ईस्ट दिल्ली के एडीएम श्री अरुण गुप्ता जी के हाथों किया गया।

महिलाओं को सम्मान पूर्वक जिंदगी जीने के लिए और हुनर निखारने के लिए वंदना ब्यूटीशन के सहयोग से ब्यूटीशन स्किल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट का भी उद्घाटन किया गया।


इस इस प्रोग्राम में शारदा मेडिकल हॉस्पिटल से डॉक्टर अशोक शर्मा जी और बी एल कपूर हॉस्पिटल की टीम के द्वारा कार्यक्रम में आए सभी लोगों का निशुल्क हेल्थ चेक अप भी किया गया। जिसमें ईसीजी, ब्लड प्रेशर, शुगर, बोन डेंसिटी, कैल्शियम की जांच और फिजियोथैरेपी से संबन्धित समस्याओं जांच की गयी।

माँ शक्ति की अध्यक्ष एडवोकेट अनिता गुप्ता, जी का कहना है कि बहुत से बुजुर्ग जो जिंदगी भर रोजी रोटी कमाने में और अपने बच्चों को अपने पांव पर खड़ा होने में अपने सारे हुनर, अपनी कला अपनी टैलैंट, शौक आदि सब भूल जाते हैं और जब बुढ़ापे की तरफ कदम रखते हैं तो उन्हें एहसास होता है कि उन्होंने अपनी जिंदगी में अपना कोई भी अरमान पूरा नहीं किया। मां शक्ति संस्था बुजुर्गों को सम्मान के साथ उनके उसी हुनर को निखार के, उसको एक प्लेटफॉर्म और स्टेज देती है, ताकि वह अपनी हर खुशी प्राप्त कर सकें । रोते हुए तो हर इंसान दुनिया में आता है लेकिन हंसते हुए इस दुनिया से रुखसत हो यही माँ शक्ति का उद्देश्य है। आपको बता दें कि एडवोकेट अनिता गुप्ता वेलफेयर एन्ड मेंटेनेंस फॉर पैरंट्स सीनियर सिटीजन ट्रिब्यूनल की भी मेंबर है।

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