घुसपैठ का आतंकवाद या आतंकवाद की घुसपैठ ?

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वर्तमान में देश के सामने "धर्मांतरण" के साथ "घुसपैठिए" बड़ी समस्या हैं हज़ारों वर्षों से सनातन परम्परा और भारत भूमि पर हज़ारों हमले हुए जो अब भी जारी है


कुछ बदलाव आया है तो वह है "मोड्ज़ ऑफ़ ओपेरंडी" (यानि हमले के तरीके) का पहले तलवार लेकर आए व्यापार के बहाने आए या फिर कुछ और बताकर आए और लोगों को पराधीनता की ज़ंजीर में जकड़कर भारत भूमि की धन सम्पदा और संस्कृति के साथ बलात्कार किया, लेकिन वर्तमान हालात में भी हमले जारी हैं इस वक्त संस्कृति पर हमले बढ़ गए हैं अपने कुतर्की प्रचार से सनातन संस्कृति को धूमिल और दूषित बताकर लोगों का मत परिवर्तन किया जा रहा है जिसमें ईसाई और कसाई दोनों बराबर रूप से शामिल हैं

इन सब से भी संतुष्टि न हुई तो अब घुसपैठ जेहाद को अपनाया गया ताकि भारत भूमि की Demographic (जनसांख्यिकी संतुलन) स्थिति को बदला जा सके और कैप्चर किया जा सके

फ़िलहाल भारत में लगभग चार-पाँच करोड़ बंगलादेशी घुसपैठिए हैं जिसमें से चालीस लाख केवल असम में हैं देश के सभी प्रमुख शहरों में इनका डेरा है

मुंबई में बक़ायदा NGO जिसको "शबाना आज़मी" चलाती हैं ये अवैध लोग उसमें शरणागत हैं, दिल्ली की झुग्गियाँ इन अवैध बांग्लादेशियों से भरी पड़ी हैं रैनबसेरों का तो इनके नाम से ही पट्टा हैं, दिमाग़ पर ज़ोर डालिए और नॉएडा की घटना याद कीजिए किस तरह इन घुसपैठियों ने मल्टी स्टोरी में रहने वाले इलीट क्लास पर धावा बोल दिया था

लखनऊ गोमती नगर के आगे चिनहट और सीतापर रोड इलाक़े में इनका अड्डा है कोई शहर अछूता नहीं किसी का भी नाम ले लो बंगाल तो ख़ैर इनका ही समझो इनकी ममता मई माता ही हैं वहाँ

लोकसभा में गृह मंत्रालय के लिखित जवाब में कहा गया है कि भारत में बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ चिंता का विषय है। लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि चूंकि अवैध अप्रवासी लोग चोरी-चोरी बिना वैध यात्रा दस्तावेजों के भारत प्रवेश करते हैं। इसलिए अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों की संख्या के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है।

वहीं गृह मंत्रालय ने अवैध पाकिस्तानी नागरिकों के बारे में लिखित जवाब में कहा, 'खुफिया जानकारियों से पता चला है कि पिछले तीन वर्षों के दौरान 140 से अधिक पाकिस्तानी घुसपैठियों के संकेत मिले हैं।'

उपलब्ध सूचना के अनुसार विगत तीन वर्षों और चालू वित्त वर्ष के दौरान 15 हजार से अधिक अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए गिरफ्तार किए गए। वहीं इन तीन वर्षों में 1750 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को देश से निर्वासित किया गया। साथ ही इसी अवधि के दौरान सौ से अधिक पाकिस्तानी घुसपैठिए पकड़े गए

इनके अलावा देश में रोहिंग्या घुसपैठ का संकट है, ये अवैध रोहिंग्या घुसपैठिए कश्मीर से लेकर दिल्ली तक हर जगह मौजूद हैं, इनकी संख्या भी एक-दो करोड़ तो होगी ही या ज़्यादा भी...?

जैसी इनकी प्रडक्शन स्पीड है हर साल यह और इनकी खेती मिलकर करोड़ दो करोड़ और पैदा कर देंगी कन्वर्ज़न की ज़रूरत कहाँ है ऐसे ही गजवा-ए-हिंद का इनका सपना पूरा हो रहा है

इस वक़्त हालत यह है की ISI के इशारे पर अगर यह घुसपैठिए विद्रोह कर दें तो आंतरिक सुरक्षा का ऐसा ख़तरा उत्पन्न होगा की नॉएडा के लोग तो घर में छुपकर अपनी जान बचा सके थे परंतु आप नहीं कर पाएँगे

एक छोटे-मोटे देश की जनसंख्या के बराबर हम घुसपैठियों की इस अवैध फसल को पाल-पोस रहे हैं जो हमारे लोगों के शिक्षा-स्वास्थ्य-सुरक्षा यानि देश के हर संसाधन और सुविधा पर क़ब्ज़ा किए हुए हैं

सरकार पर दबाव बनाए रखिए साथ ही उन सभी देशद्रोहियों को चिन्हित कर तिरस्कृत व लज्जित कीजिए जो उनका सहयोग कर रहे हैं

जारी ~~~~~~

जय भवानी

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