6 करोड़ में बेचा केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव का टिकट?
केजरीवाल, जो भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की पार्टी के रूप में सामने आए थे, वह खुद ही बहुत भ्रष्ट हैं और पैसे ले रहे हैं
केजरीवाल, जो भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की पार्टी के रूप में सामने आए थे, वह खुद ही बहुत भ्रष्ट हैं और पैसे ले रहे हैं
चुनाव के इस गरम माहौल में केजरीवाल सरकार आए दिन अपनी गंदी राजनीतिक चालों की वजह से खबरों में छाई रहती है। कुछ दिनों पहले केजरीवाल की पिटाई की वजह से आम आदमी पार्टी चर्चा में थी तो कल तक आतिशी मरलेना और गौतम गंभीर के किस्से की वजह से खबरों का बाज़ार गरम रहा। केजरीवाल के गंदी राजनीतिक चालें वहीं रुकी नहीं बल्कि आज एक ऐसा खुलासा हुआ जिसने केजरीवाल की सारी सच्चाई जनता के सामने रख दी।
दिल्ली में मतदान से एक दिन पहले, आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार के बेटे ने अपने पिता आर केजरीवाल पर एक सनसनीखेज आरोप लगाया, जिसमें दावा किया गया कि उसके पिता ने आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए टिकट खरीदा है। जी हाँ! इस आरोप के अनुसार पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उम्मीदवार से 6 करोड़ ले कर टिकट बेच दिया।
यह आरोप AAP के पश्चिम दिल्ली के उम्मीदवार बलबीर सिंह जाखड़ के बेटे उदय ने पत्रकारों से बात करते हुए लगाया।
उदय ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया, "उन्होंने (जाखड़) केजरीवाल को टिकट के लिए 6 करोड़ रुपये का भुगतान किया… मेरे पिता ने मुझे बताया कि उन्होंने केजरीवाल को राशि का भुगतान किया।
उन्होंने आरोप लगाया, "अधिक चौंकाने वाला हिस्सा यह है कि केजरीवाल, जो भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की पार्टी के रूप में सामने आए थे, वह खुद ही बहुत भ्रष्ट हैं और पैसे ले रहे हैं।"
साथ ही उदय जाखड़ ने अपने पिता पर ये भी आरोप लगाया की उनका आजतक राजनीति से कोई लेना देना नहीं रहा है, वे मात्र मोटा पैसा भर कर दिन रात मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं का हक मार रहे है।
उदय ने अरविंद केजरीवाल को चुनौती दी कि "आप सेना से सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत माँगते हैं, आज मैं आपसे सबूत माँगता हूँ कि अगर आपकी बात सच है तो आप एक भी वीडियो प्रमाण दिखा दीजिये जिससे यह सिद्ध हो सके कि मेरे पिता लंबे समय से आपसे जुड़े हुए हैं। आप ऐसा नहीं कर सकते क्योंकि यह बात सरासर झूठ है।"
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता ने कांग्रेस के नेता सज्जन कुमार को सजा से बचाने के लिए भी कड़े प्रयास करे थे। आपको याद दिला दे की सज्जन कुमार को 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।
उदय ने दावा किया, "मेरे पिता ने भी सज्जन कुमार को अदालत में पेश करने का फैसला किया था। उन्हें जमानत दिलाने के लिए बड़ी रकम का भुगतान भी किया था।"
जब इस आरोप पर जाखड़ की प्रतिक्रिया के लिए संपर्क किया गया, तो जाखड़ ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए मीडिया को बताया कि उनका बेटा पिछले 14-15 सालों से उनके साथ नहीं रह रहा है और अब वे केवल विपक्षी पार्टी के साथ मिलकर अपने ही बाप को बदनाम करने में लगा है। इतना ही नहीं आम आदमी पार्टी उम्मीदवार ने ये भी कहा है कि वे कुछ समय में पूरी जानकारी के साथ जनता के सामने आएंगे। खैर यदि जाखड़ इतने ही साफ है और उनको टिकट पैसे नहीं बल्कि उनकी काबिलियत के आधार पर मिला है तो क्यूँ उन्होंने चुनावों से पूर्व अपनी बेगुनहाई के सबूत जनता के सामने नहीं रखे?
साथ ही आपको बता दें कि केजरीवाल द्वारा पैसे लेकर टिकट बेचने की बात नई नहीं है। आपको याद होगा जब पिछले साल केजरीवाल ने दिल्ली से दो गुप्ता बंधुओं से करोड़ों रुपये लेकर उन्हें राज्यसभा भेजा था। इसके बाद ही आशुतोष और आशीष खेतान ने आम आदमी पार्टी से त्याग पत्र दे दिया था।जाखड़ पुत्र ने कहा कि उन्होंने काफी सोच समझ के प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से यह बात देश की जनता को बताने का फैसला किया है ताकि केजरीवाल का असली चेहरा जनता देख सके।
खैर जब धुआँ उठा है तो निस्संदेह आग तो कहीं लगी ही होगी। आरोप किसी विपक्षी दल ने या किसी अन्य व्यक्ति ने लगाए होते तो एक बार को जाखड़ की स्थिति पर गौर किया जाता परंतु जब आरोप उनका खुद का बेटा लगा रहा है तो दाल में कुछ तो काला ज़रूर है। वैसे केजरीवाल की तो पूरी ही दल काली हो चुकी है।