मस्जिद थी शरजील इमाम के छिपने का सहारा, परिवार के संपर्क में था
उसने एक पूर्व वार्ड पार्षद की मदद से सोमवार की रात पटना में ही बिताई थी।
उसने एक पूर्व वार्ड पार्षद की मदद से सोमवार की रात पटना में ही बिताई थी।
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भड़काऊ भाषण देने का आरोपी शरजील इमाम चार दिनों से वेश बदलकर अपने गांव काको में ही रह रह्म था। उसकी रात मस्जिद में ही कटती थी। इधर, उसकी गिरफ्तारी को लेकर दिल्लीो की क्राइम ब्रांच की टीम कई दिनों से खाक छन रही थी।
पुलिस के भय से शरजील ने काफी हद तक अपना वेश बदल लिया था। उसने दाढ़ी छोटी कर ली थी। चश्मा लगाए बगैर पढ़ने-लिखने में उसे परेशानी होती थी, बावजूद इसके उसने चश्मा लगाना छोड़ दिया था। परिवार के लोगों को उसकी जानकारी थी। यही कारण है कि वे आत्मसमर्पण करने के लिए उस पर दबाव बना रहे थे। शरजील गुरूवार को ही यहां आया था। यहां से कार द्वारा वह आसनसोल गया था। वहां संविघान बचाओ मोर्चा द्वारा आवोजित धरना में शामिल हुआ था। वापसी के दौरान गया के पास चांद बारा में भी घरना में वह शामिल हुआ। इन कार्यक्रमों में शामिल होने के उपरांत वह पुनः शनिवार को गांव आया था।
पूर्व वार्ड पार्षद की मदद से शरजील ने पटना में बिताई रातः देशद्रोह में आरोपित शरजील इमाम की टोह में दिल्ली। क्राइम ब्रांच और इंटेलीजेंस ब्यूरो की टीम पटना के फुलवारीशरीफ और बारी पथ स्थित पर नजर रख रही थी, लेकिन वह सब्जीबाग में मौजूद था। उसने एक पूर्व वार्ड पार्षद की मदद से सोमवार की रात पटना में ही बिताई थी। अगली सुबह मंगलवार को जब पूर्व वार्ड पार्षद का नाम सामने आने लगा तो अपनी राजनीतिक साख बचाने के लिए उसने शरजील को जहानाबाद भेज दिया। लेकिन इसकी भनक पुलिस के खुफिया तंत्र को लग गई और मंगलवार को उसे गिरफतार कर लिया गया।
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि पुलिस गुप्तचरों से पल-पल की जानकारी हासिल कर रही थी। इस बीच मंगलवार की सुबह प्रता चला कि विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ शरजील पटना सिविल कोर्ट में पहुंचकर सरेंडर करेगा। एक पूर्व वार्ड पार्षद की मदद से वह सब्जीकाग में ठहरा हुआ है। इसकी जानकारी मीडिया को लगी तो पूर्व पार्षद से पूछताछ की गई। ऐसे में उसने घबराकर अपने गुर्गों के साथ शरजील को जहानाबाद भेज दिया।
शरजील पर पांच राज्यों में दर्ज है मुकदमा: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में नागरिकता संशोघन कानून ( CAA) के खिलाफ चल रहे आंदोलन में भाषण देते हुए शरजील का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें वह असम को भारत से अलग करने की बात करता दिख रहा है। यह वीडियो 6 जनवरी का था | इससे पहले भी उसने दिल्ली के जामिया इलाकै मैं 3 दिसंबर को मड़काऊ भाषण दिया था। इसके बाद उसके खिलाफ 25 जनवरी को देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया। शरजील पर दिल्लीह के अलावा, उत्तर प्रदेश, असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश में भी देशद्रोह के मुकदम॑ दर्ज हैं।