"एक हाथ में कंप्यूटर, एक में Corona" साथ आएं, बाहर निकलें खुले में छींककर Corona फैलाएं - मोहम्मद मुजीब
संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने एक बयान में कहा, ‘जिस व्यक्ति ने लोगों से खुले में छींकने और वायरस फैलाने की बात कही थी, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है
संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने एक बयान में कहा, ‘जिस व्यक्ति ने लोगों से खुले में छींकने और वायरस फैलाने की बात कही थी, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है
इन्फोसिस ने एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को नौकरी से निकाल दिया, उस इंजीनियर ने लोगों से अपने-अपने घर से बाहर निकलकर कोरोना वायरस फैलाने की अपील की थी। इंजीनियर को बेंगलुरु पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है।
बेंगलुरु पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए इस व्यक्ति का नाम मुजीब मोहम्मद है यह इन्फोसिस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर का कार्य करता है।
ज्ञात हो कि कोरोना वायरस के खतरे को रोकने के लिय एक तरफ जहां पूरे देश में Lockdown करके यह सुनिश्चित करने की कोशिश हो रही है कि लोग अपने घरों में रहें और कोरोना वायरस से बचें। वहीं दूसरी ओर, मुजीब मोहम्मद नाम के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने फेसबुक पर पोस्ट किया कि -
"साथ आएं, बाहर निकलें और खुले में छींककर CoronaVirus फैलाएं"।
Infosys ने उसकी इस पोस्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई करते हुये मुजीब मोहम्मद को नौकरी से निकाल दिया । पुलिस ने इस सॉफ्टवेयर इंजीनियर द्वारा लोगों को उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। बेंगलुरु के संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने एक बयान में कहा, 'जिस व्यक्ति ने लोगों से खुले में छींकने और वायरस फैलाने की बात कही थी, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वह एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता है।'
Case has been registered against the person.. further investigation on.. looking forward to get adequate support from your end during the investigation.. https://t.co/YkWYinOaGf
— Sandeep Patil IPS (@ips_patil) March 28, 2020
सूत्रों के अनुसार इंफोसिस ने शुक्रवार को कहा कि उसने अपने एक कर्मचारी को बर्खास्त कर दिया है जिसने सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस से संबंधित अनुचित पोस्ट किया था। इन्फोसिस ने अपने आधिकारिक हैंडल पर ट्वीट करते हुए सोशल मीडिया पर मुजीब की पोस्ट को हटाने के बारे में जानकारी दी और इसे कंपनी के आचरण के नियमों के खिलाफ बताया। कंपनी की ओर से कहा गया है कि उसने अपने कर्मचारी के सोशल मीडिया पोस्ट पर जांच पूरी कर ली है और हम मानते हैं कि यह गलत पहचान का मामला नहीं है। इन्फोसिस के पास ऐसी गतिविधियों के लिए शून्य सहिष्णुता की नीति है। कर्मचारी को उसकी सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है
Infosys has completed its investigation on the social media post by one of its employees and we believe that this is not a case of mistaken identity. (1/2)
— Infosys (@Infosys) March 27, 2020
The social media post by the employee is against Infosys' code of conduct and its commitment to responsible social sharing. Infosys has a zero tolerance policy towards such acts and has accordingly, terminated the services of the employee. (2/2)
— Infosys (@Infosys) March 27, 2020
कुछ दिनों पहले ही इंफोसिस के बेंगलुरु कार्यालय का एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाया गया था। इसके तुरंत बाद कंपनी ने पूरे कार्यालय को खाली कर उसे साफ कराया था। इंफोसिस के बैंगलोर में लगभग 10 कार्यालय हैं। यहां से कंपनी के विकास केंद्र और कॉर्पोरेट केंद्र संचालित होते हैं। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर, इंफोसिस ने कर्मचारियों को घर से काम करने की सुविधा दी है। साथ ही, कंपनी ने भारत और अन्य देशों में कोरोना पर चल रही सलाह को स्वीकार करने और सरकारों को पूरा समर्थन देने को कहा है।