गांधी जयंती के अवसर पर श्रमदान कर यमुना की सफाई की गई
"आज उनके 150वें जन्मदिन पर स्वच्छता के कार्यक्रम से जुड़ना ही हमारी तरफ से महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी," श्री यूपी सिंह, सचिव, जल शक्ति मंत्रालय।
"आज उनके 150वें जन्मदिन पर स्वच्छता के कार्यक्रम से जुड़ना ही हमारी तरफ से महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी," श्री यूपी सिंह, सचिव, जल शक्ति मंत्रालय।
आज 2 अक्तूबर को गांधी जी की 150वीं जयन्ती को पूरे देश भर में बड़ी ज़ोर शोर से मनाया गया। देश के हर राज्य में आज के दिन को गांधी जी के आदर्शों पर चलते हुए स्वच्छता दिवस के रूप में मनाया गया। राजधानी दिल्ली में भी अलग-अलग स्थानों पर स्वच्छता को ले कर अनेकों कार्यक्रम किए गए। स्वच्छता के साथ ही इस बार भारत को प्लास्टिक-फ्री देश बनाने के लिए भी कदम उठाए गए।
महात्मा गांधी जी की 150 वीं वर्षगांठ पर जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग, जल शक्ति मंत्रालय, वाप्कोस, एन पी सी सी, नेहरू युवा केन्द्र और उत्तरांचल भ्रांति संस्थान और स्थानीय लोगों के द्वारा श्रमदान कर के यमुना के निगमबोध घाट की सफाई की और साथ ही लोगों को प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने के लिए प्रेरित किया।
साथ ही इस मौके पर 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान के तहत राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन ने यमुना नदी के किनारे राम घाट - वजीराबाद, कांलिदी कुंज घाट और निजामुद्दीन घाट पर सफाई अभियान का आयोजन किया गया।
एनएमसीजी द्वारा स्वच्छता को ले कर की गई पहल में बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। श्री यूपी सिंह, सचिव, जल शक्ति मंत्रालय ने इस सफाई अभियान के मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया। साथ ही श्री राजीव रंजन मिश्रा, महानिदेशक, राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन और मिशन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इस अभियान में हिस्सा लिया।
इस अवसर पर जनता को संबोधित करते हुए श्री यूपी सिंह ने गांधी जी के आदर्शों का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा "दो चीज जो महात्मा गांधी के दिल के बेहद करीब थीं, उनमें से एक थी भारत की स्वतंत्रता और दूसरी थी स्वच्छता. बापू ने कहा था कि इन दोनों के बीच कभी चुनने का मौका मिले तो वो स्वच्छता को चुनेंगे। आज उनके 150वें जन्मदिन पर स्वच्छता के कार्यक्रम से जुड़ना ही हमारी तरफ से महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।"
वहीं दूसरी और एनएमसीजी के महानिदेशक श्री राजीव रंजन मिश्रा ने एनएमसीजी के स्वच्छता आंदोलन की सफलता पर प्रकाश डाला। मिश्रा जी ने कहा, "एनएमसीजी ने कालिंदी कुंज घाट की सफाई से जिस आंदोलन की शुरुआत की थी, वो अब जनआंदोलन बन चुकी है। एनएमसीजी केइस मुहिम में स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत घाट सफाई में रेसिडेंट वेल्फेयर ऑर्गनाइजेशन, एनजीओ, कॉरपोरेट्स, कॉलेज के छात्र-छात्राएं और आम लोग शामिल हो रहे हैं. यहां तक कि अब इस पहल का नेतृत्व एनजीओ और आरडब्ल्यूए कर रहे हैं।"
जिस तरह से कई सारी संस्था, स्कूल-कॉलेज के छात्र-छात्राएं और सोसाइटी के लोग एनएमसीजी श्रमदान में बढ़-चढ़कर भाग लेने लगे हैं उस से कहा जा सकता है कि नदियों संरक्षण और सफाई के प्रति एनएमसीजी के कड़े प्रयास अब सफलता के रूप में सामने आने लगे है।
आपको बता दें कि है कि पिछले एक साल से एनएमसीजी लगातार यमुना नदी के कालिंदी कुंज घाट पर सफाई और जागरुकता अभियान चला रहा है। इसके अलावा और भी कई घाटों पर लोगों को जोड़ने की कोशिश जारी है।