"कहीं ये महिलाएं VirusBomb ना बन जाएँ" - अलीगढ़ में जनता कर्फ्यू के बीच भी सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं का CAA विरोधी प्रदर्शन
जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से सहयोग और समर्थन की अपील की है, वहीं देश में कुछ ऐसे भी आँख के अंधे हैं जिन्हें अभी भी लगता है कि कोरोना का खतरा सिर्फ एक मजाक है
जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से सहयोग और समर्थन की अपील की है, वहीं देश में कुछ ऐसे भी आँख के अंधे हैं जिन्हें अभी भी लगता है कि कोरोना का खतरा सिर्फ एक मजाक है
अलीगढ़ में शाह जमाल ईदगाह पर सीएए, एनआरसी लागू करने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि "कोरोना वायरस से तो अल्लाह ही उन्हें बचाएगा"। विरोध में बैठी महिलाओं का कहना था कि "इतना खतरा उन्हें कोरोना जैसे वायरस से नहीं है जितना कि सीएए, एनपीआर और एनआरसी जैसे काले कानूनों से है।"
पूरी दुनिया के साथ ही देश में फैले कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए, जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से सहयोग और समर्थन की अपील की है, वहीं देश में कुछ ऐसे भी आँख के अंधे हैं जिन्हें अभी भी लगता है कि कोरोना का खतरा सिर्फ एक मजाक है जिसे मोदी ने अपने फायदे के लिए फैलाया है।
सांप्रदायिक दंगों के लिए बदनाम रहे उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में, जिला प्रशासन के अनेक प्रयासों और अपील के बावजूद भी शाह जमाल ईदगाह के बाहर सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही मुस्लिम महिलाओं की भीड़ बढ़ रही है। रविवार को जनता कर्फ्यू के समय जब पूरा देश लगभग बंद था वहीं शाह जमाल में महिलाओं की भीड़ अचानक बढ़ गई। CoronaVirus के खतरों के मद्देनजर प्रशासन ने महिलाओं को बहुत समझाने की काफी कोशिश की लेकिन उन महिलाओं पर कोई असर होता दिखाई नहीं दिया।
जहां पिछले कुछ दिनों से इन प्रदर्शन करने वाली महिलाओं की संख्या 50 से भी कम दिखाई देने लगी थी वहीं रविवार को जनता कर्फ्यू के समय धरने पर बैठने वाली महिलाओं की संख्या बढ़कर 500 से अधिक हो गई।
'स्थानीय पुलिस ने धरना प्रदर्शन करने जा रही इन मुस्लिम महिलाओं को जब समझाकर उन्हें रोकने एवं वापस भेजने की कोशिश की तो उन महिलाओं ने उन्हें यह कहते हुए अनदेखा कर दिया कि उनका अल्लाह ही कोरोना वायरस से उनकी की रक्षा करेगा। महिलाओं ने कहा, "हमें कोरोना से उतना खतरा नहीं है जितना कि देश को प्रधानमंत्री मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह द्वारा लाए गए CAA और NRC जैसे काले कानूनों से है।"
मुस्लिम महिलाओं की भीड़ ने जिला प्रशासन द्वारा CoronaVirus के प्रसार को रोकने के लिए समाज के हिट में उठाए गए जनता कर्फ्यू जैसे कदम को सफल बनाने के लिए की गई कवायद और अपील को बेअसर कर दिया।
सूत्रों के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा पूरे जिले में धारा 144 लागू है। कोरोना वायरस के खतरे के कारण एक स्थान पर एक दर्जन से अधिक लोगों का एकत्र होना भी प्रतिबंधित है। एक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि धारा 144 लागू होने के बावजूद सैकड़ों महिलाएं जो धरने पर बैठी थीं उन्होने कानून का उल्लंघन किया है। इन महिलाओं को चिन्हित कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।