अखिलेश सरकारी बंगले से जाते जाते अपने साथ टोंटियाँ, टाइल्स और ट्यूबलाइट भी ले गए

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कोर्ट ने सभी पूर्व मुख्य मंत्रियों को सरकारी बंगला छोड़ने का आदेश दिया था। काफी जद्दोजहद के बाद इन नेताओं ने सरकारी बंगले तो छोड़े परंतु यूपी के पूर्व मुख्यामंत्री अखिलेश यादव ने जिस बंगले की साज सज्जाा पर सत्ताी के शीर्ष पर रहते हुए 42 करोड़ रुपये खर्च किए थे, उसी बंगले को जब उन्हें खाली करना पड़ा तो उन्हों ने उसको बुरी तरह से तहस नहस करके रख दिया।

सभी मंत्रियों ने बंगले खाली न करने का हर संभव प्रयास किया। एक तरफ मायावती ने बंगले को कांशी राम म्यूज़ियम में बदलने की दलील दी वहीं दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य संपत्ति विभाग को चिट्ठी लिखकर दलील दी थी कि इतने कम समय में वे बंगला खाली नहीं कर सकते। उन्हें दो साल का समय दिया जाए कि वे दूसरी जगह रहने का इंतजाम कर सकें। उनके इस दलील को स्वीकार कर लिया गया था लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार मुख्यमंत्री को एक साल में सरकारी आवास खाली कराया जाना था तो उस आदेश को मानते हुए अखिलेश यादव ने सरकारी बंगला 3 जून को खाली कर दिया।

पर कभी आलीशान महल की तरह दिखने वाले बंगले को अखिलेश यादव जाते-जाते खंडहर बना गये। आज जब राज्य संपत्ति विभाग को बंगले की चाभी मिली तो वहां पर सभी लोग उस आलीशान बंगले की दुर्गति देखकर हैरत में थे. बंगले को भव्य स्वरूप देने में सरकार का करोड़ों रुपया खर्च हो गया था. इसकी सजावट में करोड़ों रुपया खर्च किया गया था। इसमें सुख सुविधाओं का हर इंतजाम किया गया था लेकिन इसे खाली करते वक्त बुरी तरह से उजाड़ दिया गया है। बंगले में सिर्फ मंदिर को छोड़कर हर जगह को तहस-नहस कर दिया गया था. बंगले में लगे फ्लोर टाइल्स, मार्बल समेत कई जगह फर्श टूटी पड़ी मिली। छत और दरवाजों पर भी हथौड़ा चला है। यहां तक इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड तक को नहीं बख्शा. उसे भी उखाड़ दिया गया है। अलीशान बंगला की फर्श के साथ ही टाइल्स भी उखाड़ दी गई है। कोई भी दीवार ऐसी नहीं थी, जिसको तोड़ा नहीं गया हो। सेंट्रल एसी तक उखाड़े गए हैं। इसके साथ ही स्वीमिंग पूल के हिस्सा भी पाटा हुआ मिला। इस पूल में विदेशी टाइल्स लगी थी जिनको उखाडऩे के बाद पूल में मिट्टी भर दी गई है। इस बंगला में बाहर गेट से लेकर अंदर तक सब कुछ टूटा-फूटा था।

वही दूसरी ओर समाजवादी पार्टी की तरफ से मीडिया पर आरोप लगाए जा रहे है कि यह अखिलेश को बदनाम करने की साजिश है। समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह यादव 'साजन' ने सवाल खड़ा किया कि सिर्फ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का ही बंगला क्यों मीडिया के लिए खोला गया?

जो भी हो, इसके साथ अखिलेश का आलीशान लाइफस्टाइल का आज पूरी तरह पर्दाफाश हो गया है।

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