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'भूजल विजन 2030 की चुनौतियों एवं जलवायु परिवर्तन अनुकूलन' पर दिल्ली में 3 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
आज से नई दिल्ली में भूजल एवं जलवायु परिवर्तन पर अगले 3 दिन तक चलने वाले “भूजल दृष्टि विजन 2030- जल सुरक्षा, चुनौतियां और जलवायु परिवर्तन अनुकूलन” विषय पर भूजल के मुद्दों पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
Arvind Singh Tomar | Updated on:11 Dec 2017 1:00 PM IST
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आज से नई दिल्ली में भूजल एवं जलवायु परिवर्तन पर अगले 3 दिन तक चलने वाले “भूजल दृष्टि विजन 2030- जल सुरक्षा, चुनौतियां और जलवायु परिवर्तन अनुकूलन” विषय पर भूजल के मुद्दों पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
आज से नई दिल्ली में भूजल एवं जलवायु परिवर्तन पर अगले 3 दिन तक चलने वाले "भूजल दृष्टि विजन 2030- जल सुरक्षा, चुनौतियां और जलवायु परिवर्तन अनुकूलन" विषय पर भूजल के मुद्दों पर तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। सम्मेलन में विभिन्न देशों से आए प्रतिनिधिमंडल भाग ले रहे हैं।
सम्मेलन के पहले दिन केंद्रीय मंत्री माननीय @nitin_gadkari, @umasribharti जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण राज्य मंत्री @arjunrammeghwal और @dr_satyapal ने भूजल स्वच्छता एवं जलवायु परिवर्तन पर अपने अपने विचार रखे। जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी जी ने देश में भू-जल प्रदूषण पर चिंता जताते हुए कहा कि जल के पुनर्शोधन से जल संकट को कम किया जा सकता है साथ आज के समय की प्रमुख मांग सूक्ष्म जल प्रबंधन जैसी ड्रिप सिंचाई पद्धतियाँ हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर उमा भारती जी (पेयजल और स्वच्छता मंत्री) ने कहा कि देश के लोगों को भी जल के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। उन्होंने जल असंतुलन के प्रबंधन के लिए साहसी कदम उठाने पर जोर दिया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री माननीय नितिन गडकरी, सुश्री उमा भारती जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और डॉ॰ सत्यापल जी ने पुस्तक भी जारी की।