भारत को मिला धोखा: फिलिस्तीनी राजदूत ने "आतंकी सरगना हाफिज़" के साथ मंच साझा किया

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भारत को मिला धोखा: फिलिस्तीनी राजदूत ने आतंकी सरगना हाफिज़ के साथ मंच साझा कियाAmbassador of Palestine to Pakistan Waleed Abu Ali attends a large rally with JUD chief Hafiz Saeed

नई दिल्ली, 30 दिसम्बर (समाचार स॰) : अभी कुछ ही दिन ही बीते हैं जब भारत ने स्युक्त राष्ट्र संघ में फिलिस्तीन का पक्ष लेते हुये अमेरिका का विरोध किया था। लेकिन लगता है फिलिस्तान भूल गया कि चंद रोज पहले जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने जेरूसलम को इज़राईल कि राजधानी बनाए जाने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र मे रखा था तब उस प्रस्ताव के विरोध में 127 अन्य देशों के साथ ही भारत ने भी "अमेरिका और इज़राईल" के साथ अपने अच्छे सम्बन्धों कि परवाह किए बिना फिलिस्तीन के ही पक्ष में अपना मत दिया था।
उसी फिलिस्तीन के पाकिस्तान में राजदूत वलीद अबू अली ने पाकिस्तान के रावलपिंडी में "दिफाह-ए-पाकिस्तान काउंसिल" द्वारा आयोजित एक रैली में आतंक के सरगना हाफिज़ सईद के साथ एक ही मंच पर दिखाई दिये। दिफा-ए-पाकिस्तान (पाकिस्तान की रक्षा) काउंसिल पाकिस्तान में इस्लामिक संस्थाओं का एक संघ है, हाफिज का आतंकी संगठन भी इस संघ का सदस्य है।
वहीं इस रैली को लेकर जो जानकारी आई है उसके अनुसार ये एक भारत विरोधी रैली थी। पाकिस्तानी पत्रकार उमर कुरैशी ने इस रैली में फिलिस्तीन के राजदूत के द्वारा आतंकी सरगना हाफिज सईद के साथ मंच साझा करने की तस्वीर को ट्वीटर पर शेयर किया है। वो तस्वीरें बहुत चौकने वाली हैं, ऐसा नहीं है कि राजदूत मंच पर हाफिज़ से दूर–दूर रहे हों, रैली की उपलब्ध तस्वीरों में साफ दिखाई दे रहा है कि राजदूत महोदय कितनी आत्मतीयता के साथ हाफिज़ के बगल में बैठ कर उससे बातें कर रहे हैं। सभी जानते हैं कि ये हाफिज़ आतंक का वो ही सरगना है जो मुंबई हमले का मास्टर माइंड और जिसके सिर पर अमेरिका ने भी इनाम घोषित किया हुआ है।
वहीं भारत ने पूरे घटनाक्रम पर सख्त विरोध जताया है। भारत ने कहा है कि वह हाफिज की रैली में पाकिस्तान में तैनात फिलिस्तीनी राजदूत की उपस्थिती का मुद्दा फिलिस्तीन के सामने सख्ती से उठाएगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि हमने इस बाबत खबरें देखी हैं. "हम नई दिल्ली में फलस्तीनी राजदूत और फलस्तीनी अधिकारियों के सामने इस मुद्दे को सख्ती से उठाएंगे"। वे हाफिज की रैली में फिलिस्तीनी राजदूत की मौजूदगी की तस्वीरों और इससे जुड़ी खबरों के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब दे रहे थे।

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