आतंक का एक ही धर्म "हिन्दू" : सेक्युलर+ बिकाऊ मीडिया

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आतंक का एक ही धर्म हिन्दू : सेक्युलर+ बिकाऊ मीडिया

ये उसी बस ड्राइवर का इंटरव्यू है जिस बस पर पत्थर फेंकने का अपराधी करनी सेना के लोगों को मीडिया वाले ठहरा चुके हैं। प्रायः सभी मीडिया वालों ने इसको दिखाकर निर्णय दे दिया कि करनी सेना एक आतंकवादी लोगों का गिरोह है।

दरअसल फ़िल्म में क्या है क्या नहीं, ये तो देखने के बाद समझ मे आयेगा। और एक साल पहले संजय भंसाली को लगे लापड़ के भय ने हो सकता है कि उसकी रूह तक को न हिला दिया हो इसलिए उसने एक साल में पूरी पटकथा ही बदल दी हो?
नचनियों-पदनियों की औकात ही क्या ? कौन इसके बाप-दादों ने देश के लिए बलिदान दिया था कि इसके खून में देश के प्रति कोई भाव हो?
असल बात है मीडिया के भड़वों की, जिनमें यु-ट्यूब से पता चला कि ढेर सारे कुख्यात पत्रकारों के साथ "पद्म विभूषण रजत शर्मा" भी शामिल हैं जिन्होंने इसे करणी सेना का कुकृत्य बताया था। लेकिन वे भूल गए कि "गए वो दिन" जब आपने बोला और हमने वेद वाक्य मान लिया।
दूसरी बात आपके प्रतिद्वंदी यदि समझदार हैं और तुरंत लाभ के मोह से बच गए तो वे जमीन खोजकर बस ड्राइवर को निकालेंगे और आपका बाजा बजायेंगे। और वही हुआ भी "इंटरव्यू लेने वाला इनका ही भाई निकला"।
तीसरी बात सोशल मीडिया पर खबर है कि 'पत्थरबाज' इन मीडिया के भड़वों के कटलिंगी बहनोई ही निकले। क्या सच है ये भी सामने आएगा?
दरअसल हम लोग 2014 से ही ये लिखते आ रहे हैं कि 'कांग्रेस' ने हारने के पूर्व ही सोनिया, मिशनरियों वामियो और देश विरोधी ताकतों के साथ मिलकर 2018 तक भारत मे जातीय युद्ध और दंगे कराने के फिराक में है। दंगो की तो एक्सपर्ट है ही वो। लेकिन लोगों की प्रतिक्रिया देखते हुए मुझे लगता है कि वह अपने अभियान में क्रमश: सफल भी हो रही है।
और मोदी जी भी पूरा विश्व घूम रहे हैं लेकिन इन मीडिया के लोगों को हड्डी डाल नहीं रहे हैं। मनमोहन जी के साथ विदेश यात्रा में हवाई जहाज में दस साल गले तक गटकी गयी विदेशी कीमती दारू याद आ रही है इनको। इसलिए दंगे किसी से भी करवायेँ जाए, मीडिया बताएगी कि दंगे उसी जाति के लोगों ने किया है, जिन्होंने आंदोलन छेड़ा है। हरियाणा गुजरात और पूरे देश मे जितने भी जातीय योद्धा निकले हैं वे अंत-पंत कांग्रेस के ही चंगू-मंगू निकलते हैं। और दंगों में किसने दंगे किये या तो पकड़े नहीं जाते या पकड़े जाते हैं तब तक इनके लिए उनका नाम बासी हो चुका होता है।
शाइनिंग इंडिया को पटखनी देने के बाद उसको दोहराने के लिए ये सारे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं।
एक बात और यह विरोध किसी क्षत्रिय समुदाय का नहीं है इसमें समस्त हिन्दू समाज सम्मिलित है।
जय एकलिंगी।
सावधान इंडिया।
2014-2019 सोनिया_कांग्रेस_वाम_मिशनरीज ब्रेकिंग इंडिया फोर्सेज जातीय_दंगे

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