सलमान निजामी पर कितना झूठ बोलेगी कांग्रेस

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सलमान निजामी पर कितना झूठ बोलेगी कांग्रेस
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अभी कांग्रेस दो दिन पहले मणिशंकर द्वारा PM मोदी के खिलाफ की गई की 'नीच' वाली टिप्पणी से मचे हंगामे से बाहर निकल भी नहीं पाई थी कि फिर से अपने ही एक युवा नेता के शब्दों को लेकर घिर गई है। इस बार उसे फसाया है जम्मू कश्मीर के युवा नेता/पत्रकार रहे सलमान निजामी के द्वारा किए गए ट्वीट्स ने।
आज PM मोदी ने गुजरात में महिसागर जिले के लुणावाडा में अपनी चुनावी रैली के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस के इसी युवा नेता सलमान निजामी के ट्वीट्स का जिक्र कर कांग्रेस और उसके नेताओं पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा, कि कश्मीर के रहने वाले ʻएक युवा कांग्रेस नेता सलमान निजामी हैं, जो गुजरात में कांग्रेस के लिए प्रचार भी कर रहे हैं। उन्होंने ट्विटर पर राहुल जी के पिता, दादी के बारे में लिखा। ये ठीक था, लेकिन उन्होंने कहा- मोदी आप बताएं, आपके मां-बाप कौन हैं? इतना ही नहीं निजामी भारतीय सेना को बलात्कारी कहते हैं और हर घर से अफजल गुरु निकलने का नारा देते हैं। पीएम मोदी के द्वारा लगाए गए इन आरोपों से जहां एक बार फिर गुजरात के चुनाव की राजनीति गर्मा गई वहीं कांग्रेस बैकफूट पर दिखाई दी।


भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने भी मुख्य मंत्री विजय रूपाणी की उपस्थिती में प्रेस कांफ्रेस कर कांग्रेस को घेरने की कोशिश की संबित ने मीडिया को बताया कि अफजल गुरु की फांसी के बाद सलमान निजामी ने 2013 में ट्वीट किया था, 'तुम कितने अफजल मारोगे, हर घर से अफजल निकलेगा।' अपने ऊपर लगे इन आरोपों सलमान निजामी ने मीडिया के सामने के सामने आकार सफाई देने की एक कमजोर कोशिश की उसने कहा कि 'मैं एक भारतीय के रुप में पैदा हुआ है और एक भारतीय के रुप में ही मरुंगा।'
सलमान निजामी जम्मू-कश्मीर से कांग्रेस का एक सक्रिय कार्यकर्ता है कांग्रेस ने उसे "जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कमिटी" में ज्वाइंट सेक्रेटरी की ज़िम्मेदारी दे रखी है। निजामी के कांग्रेस का सक्रिय कार्यकर्ता होने के अनेक प्रमाण होने के बाद भी अपने बचाव के लिए कांग्रेस ने "पीएम मोदी के द्वारा आरोप" लगाए जाने के तुरंत बाद ही सलमान निजामी को जानने से ही इंकार कर दिया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने कहा, 'कौन है ये सलमान निजामी, हम तो इसे जानते ही नहीं एवं वो पार्टी में किसी पद पर भी नहीं हैं। उन्होने कहा कि इस तरह तो हम भी कह सकते हैं कि बीजेपी में कोई रामलाल है, जिसने कुछ कहा है।'
बात इतने पर ही समाप्त नहीं हुई, कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी कहा, 'सलमान निजामी कांग्रेस पार्टी के प्राथमिक सदस्य भी नहीं हैं.' सोशल मीडिया पर राहुल गांधी और निजामी की फोटो आने पर प्रियंका ने कहा कि बहुत से लोग सेल्फी लेने आते हैं.
अपने ऊपर लगे इन आरोपों के बाद से ही सलमान निजामी ने अपना ट्विटर अकाउंट प्राइवेटली ब्लॉक कर दिया। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी क्योंकि उस समय तक बीजेपी ने निजामी के ट्वीट्स के screen shots जारी कर दिये थे।
कांग्रेस से संबंध रखने वाला सलमान निजामी कश्मीर का रहने वाला है। कांग्रेस के साथ जुडने से पहले उसका संबंध पत्रकारिता से रहा है कश्मीर की समस्या पर लिखे उसके लेख देश की अनेक समाचार पत्रों/पत्रिकाओं में छप चुके हैं। सलमान निजामी ने मार्च, 2014 में कांग्रेस ज्वाइन की थी। सलमान के अनुसार वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की राजनीति और विचारधारा से प्रभावित था, इसलिए उसने कांग्रेस का हाथ थामा।


कांग्रेस में आते ही निजामी के भारत विरोधी विचार भी लोगों के सामने आने लगे जिसके कारण विपक्षी पार्टियों ने उसके ऊपर भारत-विरोधी होने का आरोप लगाया। इसका सबसे बड़ा प्रमाण था सलमान निजामी के ट्विटर हैंडल से 2013 में किए गए कई ऐसे ट्वीट जिनमें कश्मीर को भारत से आजादी की बात कही गई थी। अफजल गुरु की फांसी पर उसने अफजल को अपने ट्वीट में शहीद का दर्जा दिया था। निजामी ने अपने ट्वीट में भारतीय सेना द्वारा कश्मीर में महिलाओं के साथ रेप करने के आरोप भी लगाए थे। लेकिन जब 2014 में सलमान निजामी ने कांग्रेस ज्वाइन की तो उसके ये ट्वीटस कांग्रेस के लिए
मुसीबत थे इस लिए उस समय उसने एक नया ड्रामा रचा "अपने द्वारा किए गए इन भारत-विरोधी ट्वीटस पर उसने उस समय बहुत ही कमजोर सफाई दी थी" कि ये ट्वीट उसने नहीं किए थे। उसका तो अकाउंट हैक हुआ था और ये सारे ट्वीट फर्जी हैं। उसने कहा था कि इस मामले में एफआईआर भी कराई गई है। लेकिन जब उससे ये सवाल किया गया कि उसने ये FIR इतने अधिक समय के बाद क्यों कराई जब विवादित ट्वीट्स के फर्जी/असली होने के प्रमाण मिलना भी मुश्किल है? तो इसका उसके पास कोई जबाब नहीं था।
इसी साल के अगस्त माह में सलमान निजामी का नाम उस समय भी बार चर्चा में आया था जब उसने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कट्टरपंथी बताते हुए एक कई विवादित ट्वीट किए थे। सलमान निजामी के इन ट्वीटस के बाद उसके ऊपर सुप्रीम कोर्ट में मानहानि का मुकदमा का दायर भी किया गया है।
3 अप्रैल 2015 को जब निजामी को बाकायदा "जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (JKPCC)" में चुना गया था तब कई पत्र /पत्रिकाओं ने ये समाचार प्रकाशित/प्रसारित किया था जिसमे से एक लिंक आगे दिया है।


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